आयुक्त झाँसी मण्डल झाँसी ने विकास खण्ड मड़ावरा में विकास कार्यों का किया औचक निरीक्षण

* सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, ब्लाक परिसर, तहसील, बम्हौरीकला एवं गौशाला का की बारीकी से किया निरीक्षण 



ललितपुर। 
आयुक्त झॉसी मण्डल झॉसी सुभाष चन्द्र शर्मा द्वारा विकास खण्ड में  विकास कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विकास खण्ड-मडावरा स्थिति सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मडावरा का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के मुख्य द्वार पर स्थापित कोविड हैल्प डेस्क पर तैनात कर्मचारी द्वारा मण्डलायुक्त का स्वास्थ्य सम्बन्धी परीक्षण किया गया। यहाँ पर पर मण्डलायुक्त उपचार हेतु आये ग्राम रनगावं के चोट के मरीज से स्वास्थ्य सम्बन्धी हालचाल पूछा गया। निरीक्षण में एक्सरे रूम बन्द पाया गया। यहां पर उन्होने लैब पैथालॉजी में हीमोग्लोबिन की जॉच करायी साथ ही पैथालॉजी में गन्दगी पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की तथा सम्बन्धित चिकित्सक को 
निर्देश दिये कि पैथालॉजी में प्रत्येक समय सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखें। एन0सी0डी0 सेल तथा ओ0पी0डी0 कक्ष का भी निरीक्षण किया गया। ड्रैसिंग रूम के निरीक्षण में कक्ष की दीवारों पर सीलन थी तथा कक्ष में रखे हुये कूडेदान कूडे से भरे हुये थें जिससे प्रतीत हो रहा था कि कई दिनों से कूडेदान की सफाई नहीं की गयी। यहां पर मण्डलायुक्त ने कक्ष में रखी हुयी ऑक्सीजन मशीन को चलाकर देखा। 
औषधि कक्ष में दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी करने पर फार्मासिस्ट द्वारा बताया गया कि स्टोर में सिर्फ 12 प्रकार की दवाईयां
उपलब्ध हैं। कोविड जॉच डेस्क पर तैनात कर्मचारी द्वारा बताया गया कि आज की तिथि में अब तक 23 एंटीजन टेस्ट किये गये हैं। निरीक्षण में रैन बसेरा के पीछे जला हुआ बायोमेडीकल बेस्ट पाया गया जिस पर मण्डलायुक्त
द्वारा सख्त नाराजगी व्यक्त की गयी तथा उन्होने सम्बन्धित के विरू़द्व दण्डात्मक कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये। इसके पश्चात मण्डलायुक्त द्वारा विकास खण्ड कार्यालय मडावरा का निरीक्षण किया गया। यहां पर उन्होने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के कक्ष का जायजा लिया। इस दौरान खण्ड विकास अधिकारी ने बताया कि विकास 
खण्ड मडावरा में 811 समूह कार्यरत हैं। यहां पर मण्डलायुक्त ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि कार्यालय की अलमारियों की सफाई नियमित रूप से कराते रहे। स्वच्छ भारत मिशन के बार रूम के निरीक्षण में सफाई व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी। कार्यालय के स्थापना पटल के निरीक्षण में मण्डलायुक्त ने ग्राम विकास अधिकारी निखिल मित्तल तथा सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी) सर्वेश सचान की सेवा पुस्तिका का अवलोकन 
किया। जी0पी0एफ0 पासबुकों के अवलोकन करने पर प्रविष्टियां अद्यतन नहीं पायी गयी। सम्पूर्ण समाधान पंजिका का भी अवलोकन किया गया, पंजिका में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण अंकित न होने पर पटल सहायक को निर्देश दिये गये कि पंजिका में शिकायतों के निस्तारण का अंकन गुणवत्तापूर्वक किया जाये। इसके उपरान्त मण्डलायुक्त द्वारा विकास खण्ड मडावरा के सभागार 
में विकास खण्ड स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली गयी। जिसमें खण्ड शिक्षा अधिकारी मडावरा रामगोपाल वर्मा से मिडडे मील, किताबों, बैग एवं ड्रैस आदि के वितरण की जानकारी लेते हुये निर्देश दिये कि विद्यालयों के प्रांगण में सफाई व्यवस्था ठीक रखें। बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी मडावरा ने बताया कि विकास खण्ड-मडावरा में 144 ऑगनवाडी केन्द्र संचालित है। सितम्बर माह में पोषाहार का वितरण कराया गया है साथ ही 
नियमित रूप से संस्थागत प्रसव भी कराये जाते है। इस विकास खण्ड में 95 कुपोषित तथा 55 अतिकुपोषित श्रेणी बच्चे है। मण्डलायुक्त ने बाल विकास परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया कि किशोरियों को ऑगनवाडी केन्द्रों पर नियमित रूप से आयरन की गोलियां उपलब्ध कराते रहे। बैठक में मण्डलायुक्त ने सहायक निबन्धक, सहकारी समितियां से विकास खण्ड में कृषकों को वितरित किये जा रहे खाद एवं बीज की जानकारी ली। सम्बन्धित अधिकारी ने बताया कि यहॉ पर कृषकों को कृषि रक्षा संसाधनों में ट्राईकोडर्मा एवं व्यूबेरिया का वितरण किया गया है। इसके पश्चात मण्डलायुक्त द्वारा तहसील मडावरा का निरीक्षण किया गया। यहां पर उन्होनें मुकद्मों की पत्रावलियों का अवलोकन किया जिस पर सम्बन्धित कर्मचारी ने बताया कि बारकोडयुक्त आदेश पत्रक का उपयोग किया जा रहा है। निरीक्षण में फर्द-ए-काम अद्यतन पाया गया। महिला हैल्प डेस्क के निरीक्षण में मण्डलायुक्त ने मिशन शक्ति से सम्बन्धित क्रियाओं की जानकारी ली। यहां पर उन्होने निर्देश दिये कि महिला हैल्प डेस्क पर प्रत्येक शिकायत को रजिस्टर में दर्ज किया जाये तथा सम्बन्धित को उसकी प्राप्ति रसीद भी दी जाये। इसके साथ ही उन्होने निर्वाचक नामावली पुरीक्षण के कार्यो की प्रगति का भी जायजा लिया। इसके पश्चात मण्डलायुक्त ने सहकारी समिति द्वारा संचालित राशन की दुकान का निरीक्षण किया। यहां पर ई-पॉश मशीन से राशन वितरण में सेनेटाईजर का प्रयोग नहीं किया जा रहा था। कृषि बीज भण्डार के निरीक्षण में खाद एवं बीज वितरण रजिस्टर का अवलोकन किया। इसके पश्चात मण्डलायुक्त ने ग्राम पंचायत बम्होरीकलां के पूर्व माध्यमिक कम्पोजिट विद्यालय में स्मार्ट क्लास कक्ष का शुभारम्भ किया। यहां पर बच्चों को ऑडियो/विजुअल माध्यम से शिक्षा प्रदान की जायेगी। विद्यालय में उपस्थित रसोइया प्रभा एवं कुसुम ने बताया कि उन्हें मानदेय का 
भुगतान किया जा रहा है। विद्यालय के अध्यापकों द्वारा बताया गया कि विद्यालय में बच्चों को पीने के पानी की समस्या है इस पर मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि विद्यालय में शुद्व पेयजल के 
व्यवस्था सुनिश्चित करायें। इसके पश्चात मण्डलायुक्त ने विद्यालय प्रांगण में ही चौपाल लगायी। चौपाल में उन्होने मिशन शक्ति अभियान की प्रगति के बार में ग्रामीणों से जानकारी ली। उन्होने चौपाल के माध्यम से ग्रामवासियों को बताया कि हमें अपनी बेटियों को सबल बनाना है। बेटियों को ऐसा वातावरण प्रदान करना होगा जिससे वे अपने साथ होने वाली समस्या अथवा दुर्व्यवहार को खुलकर बता सके। महिलायों/बालिकाओं के साथ होने वाली किसी भी प्रकार की अपमानजनक घटना होने पर वह अपनी शिकायत तुरन्त हैल्पलाईन नं0 112 एवं 1090 आदि पर फोन कर दर्ज करायें। उन्होने कहा कि अधिकार जब आसानी से न मिले तो उसके लिये हमे आवाज उठानी चाहिये। उन्होंने चौपाल में उपस्थित पुरूषों को जागरूक किया कि वह अपने भीतर महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव रखें तथा अपने आस-पास उपस्थित महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार पर विरोध प्रदर्शित करें। 
चौपाल में ग्रामवासियों ने ग्राम में विद्युत एवं पेयजल की समस्या से मण्डलायुक्त को अवगत कराया इस पर उन्होंने  सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्राम की उक्त समस्याओं को प्राथमिकता के साथ निस्तारित करें।इसके उपरान्त मण्डलायुक्त द्वारा नगर पंचायत महरौनी स्थित कान्हा पशु गौवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण किया गया। यहां पर उन्होंने गौशाला संचालक से गौवंश को दिये जाने वाले भूसा, 
चारा एवं पानी की व्यवस्था का जायजा लिया, साथ ही उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि सर्दी के मौसम में गौवंश के सुरक्षित रख-रखाव हेतु सभी तैयारियां अभी से पूर्ण कर लें। सर्दी के मौसम में तैयारियों के अभाव में यदि एक भी गौवंश की मृत्यु ठंड के कारण होती है तो सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।


निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ललितपुर अन्नावि दिनेश कुमार, अपर 
जिलाधिकारी (वि0 एवं रा0) अनिल कुमार मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक/जिला विकास अधिकारी बलिराम वर्मा, उप जिलाधिकारी मडावरा एस0पी0 सिंह, तहसीलदार मनोज कुमार सरोज, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी एस0के0 शाक्य, उप निदेशक कृषि संतोष कुमार सविता, खण्ड विकास अधिकारी महरौनी सुनील कुमार खण्ड विकास अधिकारी मडावरा दीपेन्द्र पाण्डेय, प्रभारी सहायक विकास अधिकारी आलोक दुवे, खण्ड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा रामगोपाल वर्मा, नगर पंचायत अध्यक्षा कृष्णा सिंह, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा हिर्देश कुमार, राजकुमार भदौरिया जेई लघु सिंचाई, ग्राम विकास अधिकारी निखिल मित्तल, शैलेन्द्र प्रजापति, चन्द्र शेखर सहाय सप्लाई इंस्पेक्टर, जेई एमआई राजा भैया, जिला सूचना अधिकारी पीयूष चन्द्र राय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।


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