इनकी वजह से होता है दुश्मनों के पेट में दर्द


भारतवर्ष विश्व की ताकतवर देशों में लगातार अपनी पकड़ अपने सैन्य बल के बूते पर बनाता जा रहा है। अपनी जल, थल, वायु सभी सेनाओं को आधुनिक शस्त्रों से सजाता जा रहा है। आज, 8 अक्तूबर 2020 को, हम भारतीय वायु सेना की स्थापना के 88 वे ( 1932 ) स्थापना दिवस पर वायु सेना को सलाम कर रहे हैं। हाल ही में भारतवर्ष ने "राफेल" लङाकू विमान को खरीद कर, न केवल अपनी शक्ति बढ़ाई है बल्कि दुश्मनों के पेट में दर्द एवं खौफ भी पैदा कर दिया है। इस  राफेल विमान की देश व दुनिया में बहुत चर्चा रही है। आज, गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर, स्थापना दिवस की वार्षिक परेड में विभिन्न आधुनिक विमानों का प्रदर्शन व उड़ान ( जिसमें चिनूक हेलिकॉप्टर, अपाचे ,भारतीय तेजस व राफेल लड़ाकू विमान शामिल हैं) व उनका जौहर नीलगगन में देखने को मिला।
राफेल विमान की पहली खेप 29 जुलाई को फ्रांस से भारत आ गयी थी और उनका नये स्क्वाड्रन में induction होने के बाद, भारत-चीन सीमा पर, लद्दाख में तैनाती भी कर दी गई है। नवंबर तक चार से पांच और राफेल लड़ाकू विमानों के आने की संभावना है।
आजादी से पहले वायु सेना को को  RIAF यानी रॉयल इंडियन एयर फोर्स कहा जाता था.आजादी के बाद इसमें से "रॉयल" लफ़्ज़ हटाकर सिर्फ "इंडियन एयरफोर्स" कर दिया गया था.
इस बार का वायु सेना का स्थापना दिवस समारोह आगरा वालों के लिए बहुत ही विशेष महत्व रखता है। आप सभी जानते हैं कि इस वक्त वायु सेना के प्रमुख -एयर चीफ मार्शल, आगरा (बाह) के लाल श्री राकेश भदोरिया जी हैं। साथ ही एयर मार्शल आर डी माथुर, भारतीय वायुसेना के ट्रेनिंग कमांड के एयर आफिसर कमान्डिंग हैं। श्री आर डी माथुर जी का भी,  ससुराल के रूप में, आगरा से बहुत गहरा रिश्ता है।वायु सेना में सात कमांड होते है कोविड-19 में हमारी इसी एयरफोर्स में करोना वैरीयस के ऊपर फूल बरसाए थे ऐसी है हमारी एयर फोर्स जिसे दिल से बार-बार सलाम करने का मन करता है ।


वायु सेना के सभी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से देश की सेवा करने वाले व हमारी रक्षा करने वाले समस्त अधिकारियों को हम तहे दिल से आदर व प्रणाम करते हैं। ह्रदय  से आभार प्रकट करते हैं और  यह विश्वास दिलाते हैं कि न केवल हम आपकी वजह से सुरक्षित हैं बल्कि गर्वित हैं एवं चैन की नींद सोते हैं।


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