खुशी के लिये सकारात्मकता

जीवन मे खुश रहना है तो सकारात्मक रहिये ।जितने सकारात्मक होगे उतने ही खुश होगे। एक बार महावीर जयन्ति पर भगवान का विमान निकलने पर लोगो ने विरोध किया। बात रीवा राज्य की है राजा के पास गयी राजा ने अनुमति दे दी।लोगो को अच्छा नही लगा ।विरोध स्वरूप बाजार बंद रखा। जलसे मे सर्व प्रथम आचार्य जी से बोलने को कहा गया।वह आये और संबोधन मे कहा -आज मै बहुत खौश हू कि आज इस पर्व पर सिर्फ जैन ही नही सभी धर्म शामिल हुये है ।ऐसा पहली बार है। यह ईश्वर कृपा है। आप सबका आभार। सभी जन आश्चर्य चकित रह गये और जैन समाज खुशी से झूम उठा।



 


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