प्रभु श्रीराम का चित्रकूट आज नए कदम बढ़ा रहा है-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

दुनिया में राम को पहुंचाने का श्रेय महर्षि वाल्मीकि जी को जाता है-योगी आदित्यनाथ 


आधुनिक वाल्मीकि तुलसी जी ने राजपुर में जन्म लेकर रामचरित मानस दिया-योगी आदित्यनाथ 



चित्रकूट,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा भारत के रामायणकालीन अति प्राचीन परंपरा के वाहक दो ऋषियों की जयंती है। पहले वाल्मीकि जी जिन्होंने भगवान राम से साक्षात्कार कराया है। प्रधानमंत्री मोदी को आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना देने वाले राष्ट्रऋषि नानाजी की जयंती है।सीएम बोले मैं दोनों को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि अर्से से यहां आना चाहता था। हजारों साल पहले भगवान राम प्रयाग आए। वहां से वाल्मीकि जी से मिलकर चित्रकूट गए थे। जो कि हजारों वर्षों की विरासत को समेटे रामायणकाल का स्मरण कराता है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि हमारे पूज्य हैं। उन्होंने ही हम सबका राम से साक्षात्कार कराया। वाल्मीकि रामायण लौकिक भाषा का महाकाव्य है। इसीलिए वो आदिकवि कहलाए। दुनिया में राम को पहुंचाने का श्रेय महर्षि वाल्मीकि जी को जाता है। यतो धमर्रू ततो जयरू इसलिए धर्म के संरक्षण में जुटें।  आधुनिक वाल्मीकि तुलसी जी ने राजपुर में जन्म लेकर रामचरित मानस दिया। एक समय था जब धर्म जागरण करना गुनाह माना जाता था और अब गांव गांव में रामलीला मंचन हो रहा।


चित्रकूट का दर्शन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। प्रभु श्रीराम का चित्रकूट आज नए कदम बढ़ा रहा है। यही तो रामराज्य है, जहां किसी प्रकार की कोई भेदभाव नहीं है। सीएम ने कहा कि लालापुर और राजापुर को जोड़कर पर्यटन का नया स्वरूप विकसित करेंगे।


लोग सनातन धर्म पर सवाल खड़े करते हैं। सनातन धर्म के मूल्यों को हजारों वर्ष से साधना बनाने वाले वाले वाल्मीकि जी की अखंड रामायण का पाठ कराने का मौका मिला। प्रदेश के हर देव मंदिर में ये पाठ शुरू हो रहा है। आज तो ऐसा समय है कि हर क्षेत्र में बदलाव दिखने लगा है। प्रभु श्रीराम का चित्रकूट आज नए कदम बढ़ा रहा है। यही तो रामराज्य है, जहां किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है।


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