योगी बने संकट मोचक इंसेफेलाइटिस खात्मे की ओर


लखनऊ: दिनांक: 6 अक्टूबर, 2020
असीमित क्षमताओं वाले उत्तर प्रदेश में आज साढ़े तीन वर्ष पूर्व में हर क्षेत्र में चतुर्दिक विकास परिलक्षित हो रहा है। 19 मार्च, वर्ष 2017 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के इस सबसे बड़े राज्य का दायित्व योगी आदित्यनाथ के कंधों पर डाला। जनता से किये गये वायदों को पूरा करना आसान नहीं होता, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपनी दूरदृष्टि एवं प्रशासनिक कौशल से प्रदेश के विकास का मार्ग प्रशस्त कर दिया। आज मा0 मुख्यमंत्री जी के प्रभावी कार्यवाही एवं बेहतर प्रबन्धन के कारण उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस की लड़ाई खात्मे की ओर है। चार दशक से गोरखपुर और बस्ती मण्डल में मासूमों पर कहर बन रहे इंसेफेलाइटिस जैसी गंभीर बीमारी पर कारगर अंकुश लगा है। चार सालों के दौरान मरीजों और मौतांे में 90-95 फीसदी कमी आई है। मा0 प्रधानमंत्री जी के स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत प्रदेश के विभिन्न विभागों के बेहतर समन्वय और लोगों की जागरूकता से अब यह घातक बीमारी उन्मूलन के अंतिम चरण में हैं। दो वर्ष के भीतर पूर्वी उत्तर प्रदेश इंसेफलाइटिस के प्रकोप से मुक्त होकर पूरे देश को सफलता का संदेश देगा।
मा0 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सोच व स्वच्छ भारत मिशन ने इंसेफेलाइटिस की चुनौती को आसान बनाया है। अब कुल मामले और मौतांे मे 90-95 फीसदी की कमी आई है।
मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सतत एवं प्रभावी प्रयासों से अगले दो वर्षों के अन्दर एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस), जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) पूरी तरह से खत्म हो जायेगा। विषाणु जनित डेंगु, चिकुनगुनिया व स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों की चुनौती भी कम होगी, जिस तरह से इंसेफेलाइटिस की लड़ाई जीती गई है, उसी तरह इस बीमारी से भी लड़ाई जीती जायेगी। इस बीमारी से हर वर्ष 1200-1500 बच्चों की मौत हो रही थी, उसे श्री योगी आदित्यनाथ जी के प्रयासों से काबू में कर लिया गया है। गोरखपुर और बस्ती मण्डलों में एईएस से छह और जेई से मात्र एक की मौत हुई है। इलाज की बेहतर व्यवस्था की गई है। सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 में ही इलाज मिल रहा है। मिनी पीको के साथ आईसीयू भी बनाये गये हैं। हर जिला अस्पताल में इंसेफेलाइटिस का आईसीयू है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत यू0पी0 में पिछले साढ़े तीन वर्षों में ही 2.61 करोड़ से अधिक शौचालय बनाए गए। अब गांवों में ज्यादातर लोग शौचालय का इस्तेमाल कर रहे हेैं।
कोरोना से लड़ाई में भारत बेहतर
मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अगुवाई में लगभग 135 करोड़ की आबादी वाला देश कोरोना के खिलाफ लड़ाई मजबूती से लड़ रहा है। कुल आबादी, कोरोना के मामले और मौतांे को देखें तो अमेरिका और ब्राजील की तुलना में भारत बहुत अच्छी स्थिति मंे है। जब तक कोई वैक्सीन न आ जाये, तब तक सभी को सतर्कता बरतनी होगी। कोरोना की चुनौती से निपटने के लिये यू0पी0 में प्रधानमंत्री माॅडल लागू किया गया है। प्रदेश में सबसे ज्यादा जांचें हो रही हैं, लगभग डेढ़ लाख प्रतिदिन जंाचें हो रही हैं। अब तक कुल 108885520 रिकार्ड कोविड सैंपल की जांच उत्तर प्रदेश में दिनांक   04.10.2020 तक हो चुकी है जो एक कीर्तिमान है। वर्तमान में कोविड रिकवरी दर बढ़कर 88 प्रतिशत  पहुँच गई है।


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