जनपद के सातों ब्लाकों से पांच-पांच पुरुषों की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया

हमीरपुर, 19 नवंबर 2020

‘परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी, जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली’- थीम के साथ परिवार नियोजन कार्यक्रमों में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से आगामी 21 नवंबर से चार दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़े की शुरुआत होगी। दो चरणों में चलने वाले इस पखवाड़े के पहले सप्ताह में टीमें दंपतियों से संपर्क करेंगी और दूसरे चरण में इच्छुक पुरुषों को नसबंदी सेवा प्रदान की जाएगी। इस बार के अभियान में आशा बहुओं के पतियों को पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अभियान के दौरान प्रचार वाहन भी भ्रमण कर लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करेंगे।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने बताया कि परिवार नियोजन से जुड़े कार्यक्रमों में पुरुषों की भागीदारी कम है। खासतौर पर नसबंदी का नाम सुनते ही पुरुष पीछे हो जाते हैं। समाज में एक मिथक है कि नसबंदी के बाद यौन क्षमता प्रभावित होती है, जो कि सरासर गलत है। इसलिए पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष अभियान चलाया जाता है। इस बार 21 नवंबर से चार दिसंबर तक दो चरणों में अभियान चलेगा। शुरुआती सप्ताह 21 से 27 नवंबर तक आशा और एएनएम दंपतियों से संपर्क करेंगी और उन्हें परिवार नियोजन को अपनाने पर जागरूक कर उसके फायदे बताएंगी। पुरुष नसबंदी को लेकर व्याप्त भ्रांतियों को दूर किया जाएगा। दूसरे चरण 28 नवंबर से चार दिसंबर में चिन्हित किए गए इच्छुक पुरुषों के ऑपरेशन होंगे।

परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ.रामअवतार ने बताया कि इस बार भी जनपद के सात ब्लाकों में प्रत्येक ब्लाक से पांच पुरुष नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है। पुरुष नसबंदी में 10 से 15 मिनट का समय लगता है। लाभार्थी को दो से तीन दिन के आराम की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि इस बार आशा बहुओं के पतियों को ज्यादा से ज्यादा पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक करने में लगाया गया है। इसमें प्रत्येक केस पर प्रेरक की भूमिका निभाने वाले को चार सौ रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। जबकि नसबंदी कराने वाले को 3000 रुपए प्रदान किए जाएंगे।

 

 

 

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