लवजिहाद को रोकने के लिये लागू अध्यादेश में संशोधन की जरूरत









हिन्दू महासभा की महिला प्रदेश अध्यक्ष बबिता यादव ने उठायी मांग

लखनऊ। लवजिहाद को रोकने के लिये उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा लाये गये उत्तर प्रदेश विधि विरूद्व धर्म समपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश में अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश की महिला इकाई ने संशोधन की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष बबिता यादव ने लवजिहाद को रोकने के लिये योगी सरकार द्वारा उठाया गया कदम बेहद सराहनीय है, लेकिन इसमें लड़कियों को जातिगत आधार पर बांटने की कोशिश की गयी, जो निराशाजनक है। हिन्दू महासभा शीतकालीन सत्र में इसे पूर्ण कानून बनाने के लिये इस बिल को पेश करने से पहले संशोधन की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजेगी। उल्लेखनीय है कि पिछड़ी जाति के मामले में जहां अधिक सजा का प्रावधान रखा गया है वहीं अन्य के मामले में कम सजा का मामला है। बबिता यादव ने कहा कि वर्षों से लवजिहाद पर रोक लगाने की मांग पार्टी की ओर से की जा रही थी, जिसे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहल करते हुये राज्य में इस तरह का कानून लागू कर एक अच्छी पहल की है, जिसका हिन्दू महासभा स्वागत करती है। इस अध्यादेश के अध्ययन के बाद पार्टी ने महसूस किया है कि इस अध्यादेश को पूर्ण कानून में बदलने से पहले थोड़े बदलाव की जरूरत है, ताकि लवजिहाद को लेकर बनने वाले पूर्ण कानून को और सख्त किया जा सके, अन्यथा प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों पर फिर सकता है। बबिता यादव ने बताया कि आज लागू हुये अध्यादेश की पूरी तरह से समीक्षा करने के लिये अध्यादेश की प्रति हिन्दू महासभा की विधिक प्रकोष्ठ को भेजी गयी है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र के जरिये संषोधन करने की मांग की जायेगी।    















 

 




 






 



 



इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,