लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान लखनऊ को रु0 12.50 लाख स्वीकृत

लखनऊ: दिनांक 26 नवम्बर, 2020

प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान, लखनऊ को रु0 12.50 लाख की धनराशि अवमुक्त करने की अनुमति प्रदान कर दी है।
यह जानकारी विशेष सचिव संस्कृति श्री शिशिर ने दी है। उन्होंने बताया कि स्वीकृत धनराशि प्रशासकीय विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के आधार पर दी जा रही है। यदि बजट के संबंध में कोई सूचना गलत पायी जाती है, तो इसका उत्तरदायित्व प्रशासकीय विभाग का होगा। उन्होंने बताया कि यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि इन धनराशियों का प्रदेशन ही अकेले किसी प्रकार के व्यय करने का अधिकार नही देता, व्यय करने के लिए बजट मैनुअल और वित्तीय हस्तपुस्तिका के सुसंगत नियमों अथवा अन्य स्थाई आदेशों से शासकीय अथवा अन्य सक्षम प्राधिकारी की, जहां आवश्यकता हो, व्यय करने के पूर्व स्वीकृति प्राप्त कर ली जाये। उन्होंने बताया कि स्वीकृति धनराशि के संबंध में वित्त विभाग के मितव्ययिता संबंधी आदेशों तथा व्यय पर नियंत्रण के संबंध में निर्गत शासनादेश का भी अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
श्री शिशिर ने बताया कि लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान, लखनऊ को पूर्व वर्षों में स्वीकृति/अवमुक्त अनुदान की धनराशि से संबंधित स्थानीय परीक्षा/आडिट रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान, लखनऊ द्वारा आगामी किश्त अवमुक्त किये जाने से पूर्व इस आशय का भी प्रमाण पत्र भी दिया जाना होगा कि विगत वर्षों में अवमुक्त की गयी धनराशि के सापेक्ष कोई धनराशि अवशेष एवं अप्रयुक्त शेष नही है।


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