पाठशाला

अर्धसत्य
पाठशाला



ब्लैक बोर्ड को छोड़,किचन में आॅख गड़ाई टीचर ने,
बिना कटोरा बच्चा आया धर के डाटा टीचन ने।
बच्चा बोला घर में कापी, हॅस कर टाला टीचर ने,
फूंका चूल्हा लेकर फुंकनी धुआँ उड़ाया टीचर ने।
हुई पढ़ाई अब सौतेली, सगी है दलिया शाला में,
कब तक कैसा मिले नाश्ता बच्चे ताकें शाला में।
करे मुआइना अधिकारी भी पहले जाकर चैके में,
खा, पीकर कब भागें घर को बच्चे रहते मौके में।
कितना आज पढ़ा है, तुमने कोई न पूछे बच्चों से,
क्या खाया और कैसा खाया पूछ रहे सब बच्चों से,
करे शिकायत सभी विरोधी जाॅच करायें घपलों की,
कच्चा पक्का किसने खाया, हुई जाँच फिर घपलों की।
छोटे छोटे प्यारे बच्चे होते दिलके सच्चे,
सुबह कटोरे के चक्कर में रह ना जायें छुच्छे।
गिनती पहाड़ा पढ़ लो बच्चों ज्ञान बटोरो शाला में,
वरना आगे पछताओगे, चूक गये यदि शाला में।


 


-रामदीन


 


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