** पड़ गई कलेजे ठंड ***

पटाखों पर खर्च हो  गया है सारा फंड
बीत गई  दीवाली  पड़ गई कलेजे ठंड


उजालों से  अंधेरों का हो गया  खात्मा
द्वार पर लग गए कूड़ों के ढ़ेर और खंड


आसमान में छाये हुए हैं धूँए के बादल
प्रदूषित हो गया वातावरण बहुत प्रचंड


जेब पर लग गए खर्चों के अपार भंडार
हो गई हैं खाली जेबें हो गई हैं पूर्ण झंड


अमीरों की दीवाली पर हुई बल्ले बल्ले
गरीबों के  लिए  दीवाली सिद्ध हुई दंड


मय के नशे में थे झूमते संग संग शवाब
कबाब खूब खाते रहे बाते जैसे सचखंड


मनसीरत उपासना अर्चना हो गई पूर्ण
माँ लक्ष्मी दृष्टि रखे स्थिति ना हो उदंड
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)


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