प्रदेश के निराश्रित/बेसहारा गोवंश का निरन्तर संरक्षण व सवंर्धन किया जा रहा
प्रदेश के निराश्रित/बेसहारा गोवंश का निरन्तर संरक्षण व सवंर्धन किया जा रहा
वृहद् गोसंरक्षण केन्द्रों में अब तक 520591 गोवंश संरक्षित किये गये
63921 गोवंश को इच्छुक पशुपालकों की सुपुर्दगी में देकर उन्हें लाभान्वित किया गया
लखनऊ: 03 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के निराश्रित/बेसहारा गोवंश का निरन्तर संरक्षण, सवंर्धन व विकास किया जा रहा है। पशुपालन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में गोशालाओं का पंजीकरण आन-लाईन किया जा रहा है। अभी तक 545 गोशालायें पंजीकृत हुयी हंै। प्रदेश के 18 मण्डलों में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को मिलाकर कुल 5158 अस्थायी/स्थाई गोआश्रय स्थल, कान्हा उपवन, कांजी हाउस व वृहद् गोसंरक्षण केन्द्रों में कुल 520591 गोवंश के पशुओं को संरक्षित किये गये है।
मा0 मुख्यमंत्री सहभागिता योजनान्तर्गत 63921 गोवंश के पशुओं को इच्छुक पशुपालकों को सुपुर्दगी में देकर उन्हें लाभान्वित किया गया है। प्रदेश में पोषण मिशन के अन्तर्गत 965 कुपोषित परिवारों को कुल 967 गोवंश उपलब्ध कराकर लाभान्वित किया गया है। संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण हेतु राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2020-21 में अब तक 13200.00 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है।
प्रदेश की ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों, जिला पंचायतों, नगर पंचायतों, नगर पालिकाओं एवं नगर निगमों में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना व संचालन नीति लागू की गई है। इस नीति के अनुपालन में समस्त जिलों में निराश्रित व बेसहारा गोवंश को गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित कर उनकी सुरक्षा हेतु शेड का निर्माण कराया जा रहा है। साथ ही सुरक्षा, चारे की व्यवस्था, प्रकाश, पशु चिकित्सा व हरा चारा, उत्पादन आदि कार्य कराये जा रहे हैं।