प्रवासी मजदूरों को आजीविका उपलब्ध कराने हेतु सृजित किये गए अवसर




 प्रवासी मजदूरों को दी गईं बकरी, मुर्गी, सिलाई मशीन एवं खुलवाई गईं किराने की दुकान

* कैथोलिक सेवा समाज झाँसी के तत्वाधान में करीतास इंडिया नई दिल्ली के सहयोग से हुआ वितरण


ललितपुर।

प्रवासी मजदूरों को आजीविका उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न रोजगार के अवसर सृजित किये जा रहे हैं। एक ओर जहाँ सरकार प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है वहीं दूसरी ओर प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा भी लगातार प्रयास किये जा रहें हैं। कैथोलिक स्वैक्षिक संगठन झाँसी द्वारा करीतास इंडिया नई दिल्ली के वित्तीय सहयोग से सयुंक्त रुप से प्रवासी मजदूरों को बकरी, मुर्गी एवं सिलाई मशीन दी गईं। वहीं प्रवासी मजदूरों को किराने की दुकानें भी खुलवाई गईं। रोजगार के इस प्रकार के अवसर सृजित होने पर प्रवासी मजदूरों के चेहरों में एक बार लम्बे समय के बाद मुस्कान देखने को मिली। 

 

कैथोलिक सेवा समाज झाँसी के निर्देशक फादर जॉन्सन फ्रांसिस ने बताया कि करीतास इंडिया नई दिल्ली के वित्तीय सहयोग से कैथोलिक सेवा समाज झाँसी द्वारा तालबेहट ब्लॉक के 16 गाँव के 7 पंचायतों में 47 प्रवासी मजदूर, गरीब किसान, निराश्रित, दिव्यांगजन को महामारी कोविड-19 के दौरान आजीविका उपलब्ध कराने हेतु सहयोग किया गया। उन्होंने बताया कि 12 परिवारों को बकरियां, 8 परिवारों को किराना दुकान, 8 दिव्यांगजन को अण्डे की दुकान, 3 महिलाओं को सिलाई की मशीन, 3 किसानों को सब्जी बीज, 1 महिला को श्रृंगार की दुकान, 3 कारीगरों को कारपेंटरी क् सामान, 1 परिवार को सुअर पालन, 8 परिवार को मुर्गी पालन का कार्य कराया गया। इस दौरान कैथोलिक सेवा समाज झाँसी के निर्देशक फादर जॉन्सन फ्रांसिस, सक्षम परियोजना कोआर्डिनेटर  जेरोम लकड़ा, एनीमेटर आदि उपस्थित रहे।


 

 




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