कृषि बिल में एमएसपी व भण्डारण क्षमता का कोई मानक नहीं : तिलक यादव

समाजवादी पार्टी ने ग्रामीण अंचलों में लगायी किसान चौपाल, किया जागरूक
ललितपुर। कृषि बिल के विरोध में समाजवादी पार्टी द्वारा गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के निर्देश पर जनपद भर में सैकड़ों गांवों में जाकर सपाईयों द्वारा किसानों को चौपाल के माध्यम से कृषि बिल से होने वाले नुकसान की जानकारी दी जा रही है। सोमवार को सपा जिलाध्यक्ष तिलक यादव एड. के नेतृत्व में ग्राम असऊपुरा, हंसारी, टेटा-जमालपुर व तेरई फाटक में पहुंच कर किसानों को जागरूक किया गया। इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष तिलक यादव एड. ने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से किसानों के हित में रही है। उन्होंने बताया कि जब समाजवादी पार्टी की प्रदेश में सरकार थी, तब बुन्देलखण्ड के किसानों को विशेष रूप से संबल बनाने के लिए जोर दिया गया। यहां कई सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का कार्य किया गया, जिससे कि किसान खुशहाल हो सके। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद केन्द्र व प्रदेश सरकार ने एकजुट होकर किसानों की आय को दोगुना करने का झांसा देते हुये वैश्विक महामारी कोविड-19 का लाभ उठाकर अपने मत के अनुसार उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कृषि बिल को संशोधित करते हुये लोकसभा में पारित कर दिया, जिससे किसानों को मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य की कोई गारण्टी का प्रावधान नहीं रखा गया और भण्डारण क्षमता की सीमा को भी समाप्त कर दिया गया। ऐसे में किसानों को उसकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल सकेगा। भविष्य में किसानों की उपज का मूल्य प्राईवेट सेक्टर मनमाने तरीके से तय करते हुये कार्य करेंगे, जिससे देश का किसान अपने ही खेत में मजदूर बनकर रह जायेगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह कृषि बिल के खिलाफ जागरूक होकर आवाज उठायें। इस दौरान फूल सिंह नन्ना, विधानसभा प्रभारी स्वामी प्रसाद एड., ज्योति सिंह, सुनील तिवारी एड., नैपाल सिंह, वृंदावन कुशवाहा, लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, रहीस सिंह, मक्खन कुशवाहा, सुरेंद्रपाल सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, दीपक, राजेंद्र राजा, महेश तिवारी, लाखन प्रधान, हरीराम प्रधान, राजू प्रधान तेरई, राजेंद्र सिंह, तोरन रजक, भगवान सिंह, भगुन्ते कुशवाहा, विजय सिंह, मुन्नालाल आदि मौजूद रहे। समाजवादी पार्टी में शामिल हुये किसान चौपाल के दौरान समाजवादी पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर शिवचरण रैकवार, तुलाराम रैकवार, हरदयाल, भैय्यन रैकवार, रघुनाथ, सुकना अहिरवार, गुड्डन, प्रकाश बरार, प्रमोद, बृजभान, शेर सिंह, मोती बरार आदि पार्टी में शामिल हुये।

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