एस्मा पर पुर्नविचार और द्विपक्षीय वार्ता पर जोर दे सरकार: महासंघ

लखनऊ, 13 दिसम्बर 2020। उत्तर प्रदेशीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामराज दुबे और महामंत्री सुरेश सिंह यादव ने कहा कि सरकार को एस्मा पर एक बार पुर्नविचार करने के साथ ही कर्मचारी संगठनों और प्रमुख सचिव,विभागाध्यक्ष की बीच द्विपक्षीय वार्ता के जरियें कर्मचारियों की लम्बित समस्याओं के निस्तारण पर जोर देना चाहिए। उन्होंने कहाकि कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में कर्मचारी संगठनों और विभागाध्यक्ष, सचिव और प्रमुख सचिव के साथ कर्मचारी संगठनों की वार्ता के लिए महीने में एक तारीख रखी गई थी जिसमें वार्ता के दौरान कई तरह की कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण हो जाता था जिसका अनुपालन वर्तमान सरकार में बिलकुल नही हो पा रहा है। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रामराज दुबे ने कहा कि बिना हड़ताल/ धरना प्रदर्शन के एस्मा लगाने का निर्णय सरकार द्वारा कर्मचारियेां की आवाज को दबाने जैसा है। जबकि पूर्व सरकार में शासन और विभाग स्तर पर वार्ताए कर काफी समस्याओं को निपटाया जाता रहा है। अगर समस्याओं का समाधान हो जाए तो न तो कर्मचारियेां को आन्दोलन करना पड़ेगा और न ही कर्मचारी धरना देगें फिर एस्मा की जरूरत ही क्या होगी। आज सरकार, शासन और विभागाध्यक्ष कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने तक को तैयार नही है। उधर सरकार बार बार एस्मा लगाकर लोकतंत्री का उपहास कर रही है। महामंत्री सुरेश यादव ने कहाकि महासंघ द्वारा वर्तमान सरकार के सत्ता सम्हालने से लेकर अब तक चतुर्थ श्रेणी संवर्ग की बीस सूत्रीय समस्याओं को लेकर दर्जनों बार ज्ञापन दिये गए लेकिन अब तक सरकार और शासन की तरफ से वार्ता तक नही की गई। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार अधिकाधिक रोजगार उपलब्ध कराने की बाॅत कर रही है दूसरी तरफ प्रदेश में चतुर्थ श्रेणी संवर्ग के साढ़े चार लाख पद रिक्त पड़े है। उन्होंने यह भी कहा कि संविदा या ठेकाप्रणाली के तहत जिन युवाओं को रोजगार दिया गया या दिया जा रहा है उनमें से अधिकाधिक कर्मचारियों को निश्चित मानदेय से कम तथा ईपीएफ आदि सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है जबकि सरकार के स्पष्ट निर्देश है कि ठेका कार्मिकों को ईपीएफ और अन्य देय सुविधा जरूर मुहैया कराई जाए। इस बैठक में महेन्द्र पाण्डेय, भारत सिंह यादव, मायादेवी, दूधनाथ, मिथुल सोनकर, सीताराम, निसार अहमद, रामयश, नौरिस पाॅल, कलावती तिवारी, रामजी तिवारी, जगदीश सिंह,शैलेेश त्यागी,केवी जोशी आदि ने एस्मा हटाने और चतुर्थ श्रेणी भर्ती शुरू कराने की मांग की है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,