विधान सभा के अध्यक्ष, श्री हृदय नारायण दीक्षित ने ‘‘सही भाषा सरल संपादन’’ पुस्तक का विमोचन किया।

स्वतंत्रता संग्राम के समय भारतीय राष्ट्रवाद की लहर पैदा करने में हिन्दी पत्रकारिता का विशिष्ट एवं अप्रतिम योगदान रहा है। यह बात उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष, श्री हृदय नारायण दीक्षित ने ‘‘सही भाषा सरल संपादन’’ पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कहा। श्री दीक्षित ने कहा कि भारतीय पत्रकारिता का इतिहास बड़ा क्रांन्तिकारी रहा है। स्वाधीनता के समय पूरे देश में भारतीय राष्ट्रवाद की लहर अपने लेखों के माध्यम से पैदा की। उस समय के पत्रकार लम्बी जेल, कारावास, पुलिस अत्याचार को सहते हुए सत्ता से जुझते रहे। आज के पत्रकार उसी परंपरा का विस्तार है। उन्होंने कहा कि भारतीय पत्रकारिता का इतिहास दुनिया के अन्य देशों से भिन्न है। मैलिक एवं पारम्परिक है। वर्तमान हिन्दी पत्रकारिता के विषय पर बोलते हुए कहा कि हिन्दी के समाचार पत्रों का विस्तार तो हुआ, इसकी खुशी भी है लेकिन गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ। इसकी गुणवत्ता में सुधार लाये जाने की आवश्यकता है। श्री दीक्षित ने वरिष्ठ पत्रकार, श्री आदर्श प्रकाश की पुस्तक ‘‘सही भाषा सरल संपादन’’ पर बोलते हुए कहा कि यह पुस्तक हिन्दी के नये लेखकों, प्रशिक्षु पत्रकारों समाचार पत्रों में संपादन से जुड़े विशेषकर नये पत्रकारों को प्रशिक्षित करने वाली आदर्श पुस्तक साबित होगी। पुस्तक में सुन्दर ढंग से वाक्य रचना के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है। वाक्य को छोटा करने के बारे में लिखा गया है। पत्रकारिता की भाषा सरल एवं तरल हो इसके बारे में भी विस्तार से प्रकाश डाला गया है। इस अवसर पर श्री यशवन्त सिंह, सदस्य, विधान परिषद, वरिष्ठ पत्रकार, श्री सुरेश बहादुर सिंह, वरिष्ठ, श्री प्रेमकान्त तिवारी, श्री शिवशरण सिंह व अन्य वरिष्ठ पत्रकारगण के साथ ही उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव, श्री प्रदीप कुमार दुबे व विधान परिषद के प्रमुख सचिव, श्री राजेश सिंह भी उपस्थित रहे।

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