पाकिस्तान की जेल में डर लग रहा कि अब सही सलामत नहीं पहुंच पाउँगा घर

पाकिस्तान की जेल में परिवार की आती थी याद

* पाकिस्तान की जेल में डर लग रहा कि अब सही सलामत नहीं पहुंच पाउँगा घर

* परिजनों के बीच पहुँचने पर ऐसा लगा मानों नया संसार मिल गया है

 

ललितपुर।

पाकिस्तान की जेल में लंबे समय तक कष्टदायी वक्त बिताने वाले जनपद ललितपुर के सतवांसा गाँव निवासी सोनू सिंह पुत्र रोशन सिंह अब जब अपने घर पहुंच गये हैं उन्हें ऐसा लग रहा है मानों नई जिंदगी मिल गई हो। सोनू सिंह ने अपने गांव आने के बाद अपने घर पर एक वार्ता के दौरान बताया कि पाकिस्तान की जेल में उन्हें परिजनों की याद बहुत आती थी। वह परिजनों के बारे में सोंचते-सोंचते सो जाता था। परिजनों की याद करते-करते कभी-कभी वेसुध होकर भूल भी जाता था। 13 साल पहले अपने परिजनों से बिछुड़कर पाकिस्तान पहुँचे सोनू जब अपने परिजनों से मिला तो उसके खुशी का ठिकाना नहीं रहा। परिजनों से मिलते ही उसके आँखों में खुशी से आंशू छलक पड़े। परिजनों ने बताया कि सोनू का दिमागी संतुलन ठीक न होने के चलते वह घूमते फिरते अमृतसर पहुंचा और ट्रकों के द्वारा वह पाकिस्तान पहुंच गया और उसे गिरफ्तार जेल भेज दिया गया। परिजनों ने बताया कि पाकिस्तान की जेल में सोनू को काफी यातनाएं दी गईं जिसके कारण उसकी मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। वह जब आया था तो ठीक से बात भी नहीं कर पा रहा था। घर परिवार के बीच में पहुंचने की आस छोड़ बैठे सोनू के लिये सरकार द्वारा किये गए प्रयास एक नए सपने के साकार करने की दिशा में कारगर रहा। अब परिवार के बीच में सोनू जहां काफी खुश हैं वहीं परिजनों में भी सोनू के घर वापस आने पर खुशी की लहर दौड़ गई है। 

 

इनका कहना

 

 

अपने घर पर परिजनों के बीच पाकिस्तान से वापस घर पहुंचे सोनू सिंह कहते हैं कि मैंने तो उम्मीद ही छोड दी थी कि कभी घर पहुंच पाउँगा। पाकिस्तान की जेल में उसे काफी यातनाएँ दी गईं जिन्हें शब्दों में बयां कर पाना बड़ा मुश्किल है। भगवान की कृपा रही और सरकार के प्रयास का नतीजा है कि मैं अपने घर परिवार के। बीच पहुंचा हूं। अपनों के बीच पहुंचकर मैं बहुत खुश हूँ। ऐसा लगता है जैसे। मुझे नया जीवन मिला है। 

 

सोनू सिंह

 

 

 

 

जनपद ललितपुर के ग्राम सतवांसा निवासी सोनू के पिता रोशन सिंह कहते हैं कि उनके चार बेटे हैं। सोनू सिंह उनका सबसे छोटा बेटा है। सोनू दिमागी संतुलन ठीक न होने के कारण वह घर से 13 साल पूर्व चला गया था। वह ट्रकों के द्वारा पाकिस्तान पहुंच गया। उसे पाकिस्तान में वहां की सरकार ने जासूस मानते हुए जेल में डाल दिया। सरकार के प्रयास के बाद सोनू पाकिस्तान से रिहा होकर घर पहुंचा। सोनू के सही सलामत वापस आने पर पूरे घर परिवार के लोग खुश हैं और सरकार के प्रयास के लिए धन्यवाद दे रहें हैं। 

 

रोशन सिंह 

ग्राम- सातवांसा


 

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