परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीधर पराडकर द्वारा लिखिति पुस्तक डॉ. आंबेडकर और जोगेंद्र नाथ मंडल का विमोचन किया

आंबेडकर के सपनों को साकार कर रही योगी सरकार, दलित बन रहा आत्मनिर्भरः डॉ. निर्मल

- योगी मोदी की हर योजना से हाशिए का समाज लाभान्वित
- गरीबों और वंचितों का कल्याण योगी-मोदी सरकार की प्राथमिक्ता




लखनऊ. (06.12.20) अनुसूचित जाति और जनजाति के परिवार वालों को जबतक घर न मिल जाए, किसी भी प्रकार की जमीन से हटाया नहीं जाएगा। वन टांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित किया गया है। उन्हें सभी सुविधाएं मिल रही हैं। सरकार हाशिए के समाज को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मजबूती के साथ काम कर रही है। ये बातें मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर कही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने की।

डॉ. आंबेडकर महासभा परिसर में आयोजित डॉ. आंबेडकर परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर संपन्न विशेष श्रद्धांजलि सभा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर भारत माता के महान सपूत थे। उनकी स्मृतियों को कोटि कोटि नमन करते हुए उन्होंने कहा कि आज कार्यालय से लेकर सड़क तक सभी जगह बाबा साहेब आंबेडकर प्रासंगिक हैं। जनप्रतिनिधि भी बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा रचित संविधान की शपथ लेकर अपना कार्य प्रारंभ करते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डॉ. आंबेडकर महासभा के प्रस्ताव पर यह भी कहा कि अनुसूचित जाति के लोग ग्राम समाज की जमीन पर एक लंबे समय से रह रहे हैं। उन्हें विस्थापित नहीं किया जाएगा और उनके विनियमितीकरण की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि तालाब और चारागाह की जमीन पर बसे लोगों के विस्थापन की दशा में वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने परिनिर्वाण दिवस के दौरान आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए उन्हें भरोसा दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर योजना के मध्य में दलित और वंचित होता है। मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की जो भी योजनाएं हैं, उनके केंद्र में बाबा साहेब आंबेडकर का दलित और वंचित समाज है। आवास, शौचालय योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत आदि योजनाओं के सबसे अधिक लाभार्थी वंचित समाज के ही लोग हैं। उन्होंने कहा कि भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न बाबा साहेब आंबेडकर को मिला था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंबेडकर के जन्म स्थल महू छावनी, शिक्षा स्थल किंग्स हेनरी रोड लंदन, दीक्षा स्थल नागपुर, महानिर्वाण स्थल 26 अलीपुर रोड दिल्ली तथा अंत्येष्ठि स्थल चैत्य भूमि मुम्बई को भव्य स्मारकों में बदलकर बाबा साहेब आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।

परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीधर पराडकर द्वारा लिखिति पुस्तक डॉ. आंबेडकर और जोगेंद्र नाथ मंडल का विमोचन किया। इस पुस्तक की प्रस्तावना डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने लिखी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर मोहम्मद जिन्ना के षण्यंत्र को पहचानते थे। इस लिए जब जिन्ना ने पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव

दिया, तो उन्होंने ने तत्काल मना कर दिया क्योंकि वह जिन्ना के षण्यंत्र को जानते थे, किन्तु जोगेंद्र नाथ मंडल उनके जाल में फंस गए और पाकिस्तान चले गए। डॉ. आंबेडकर ने साफ साफ कहा था कि दलितों को भारत में रहकर ही अपनी समस्या का समाधान खोजना होगा। अन्यथा की स्थिति में यह आत्मघाती होगा। बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर ने जिन्ना से यह भी कहा था कि मैं अपनी मातृभूमि में ही मरना पसंद करूंगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अंततः जोगेंद्र नाथ मंडल दलितों पर बर्बर अत्याचार को सहन नहीं कर पाए और भारत लौट आए और गुमनामी की जिंदगी में ही समाप्त हो गए। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर और जोगेंद्र नाथ मंडल पर यह किताब मंडल के पाकिस्तान प्रेम और उसपर पश्चाताप पर एक नई बहस और नई राजनीति की शुरुआत है।

अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. निर्मल ने इस दौरान समाजवादी पार्टी और आजम खां को आड़े हाथ लिया उन्होंने कहा कि आजम खां ने बाबा साहेब को भू-माफिया बता दिया। यही नहीं अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में दलितों की जमीनों की बिक्री का नियम भी बदल दिया था। यही नहीं लोगों की नौकरियों को लेकर भी अखिलेश यादव की सरकार में विभाग को यूनिट मान लिया गया था, लेकिन योगी और मोदी सरकार में यूनिवर्सिटी को यूनिट मानकर नौकरियां दिए जाने का आदेश जारी किया गया है।

विशेष श्रद्धांजलि सभा को समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, श्रममंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, विधि मंत्री बृजेश पाठक ने भी संबोधित किया। इस दौरान लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया, आंबेडकर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राम नरेश चौधरी, महामंत्री अमरनाथ प्रजापति, उपाध्यक्ष बीना मौर्या, वीरेंद्र विक्रम सुमन, सर्वेश पाटिल, डॉ. सत्या दोहरे, जयशंकर सहाय, कौलेश्वर प्रियदर्शी भी मौजूद रहे।


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