आगरा नगर निगम नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टंडन की प्रेरणा से कई एप को हटाकर लाने जा रहा एक इंटीग्रेटेड एप, जल्द किया जाएगा लॉन्च

आगरा नगर निगम नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टंडन की प्रेरणा से संबंधित नागरिक समस्याओं और उनके समाधान को एक ही एप पर लाने की कसरत की जा रही है। अगर यह सफल होती है तो यह शहरवासियों को बहुत राहत देने वाली होगी। यह काम अब तक चार-पांच एप के जरिए किया जा रहा है। इन सारी एप की जगह एक इंटीग्रेटेड एप लाने का काम तेजी से चल रहा है। नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे की कोशिश है कि अगले महीने तक नई एप लोकार्पित कर दी जाए।
नगर निगम कई एप को हटाकर लाने जा रहा एक इंटीग्रेटेड एप, जल्द किया जाएगा लॉन्च
शहरवासियों को सफाई, स्ट्रीट लाइट, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं देने का काम नगर निगम का है। शहरवासियों की सर्वाधिक शिकायतें भी इन्हीं को लेकर होती हैं। एक समय था जब इन सुविधाओं में कमी की शिकायत करने के लिए लोगोंं को नगर निगम या फिर वार्ड कार्यालयों में जाना पड़ता था। वहां लिखित में शिकायत देते थे और फिर एक प्रक्रिया के तहत इन शिकायतों का निस्तारण किया जाता था। तकनीक आने के साथ जन शिकायतें करने का तरीका भी डिजिटलाइज हुआ। नगर निगम की वेबसाइट के अलावा कई अन्य एप के जरिए शिकायतें प्राप्त करने और उनके समाधान का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बावजूद लोगों को नगर निगम के स्तर से संतुष्टि नहीं मिल पा रही थी। नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे शिकायतों और समाधान के प्लेटफार्म को प्रभावी बनाने के लिए एक नया सिस्टम विकसित करने जा रहे हैं। इन कार्यों के लिए अब तक संचालित चार-पांच एप की जगह एक इंटीग्रेटेड एप लाकर वे लोगों का ही नहीं, नगर निगम के अधिकारियों का भी काम आसान बनाना चाहते हैं। नई एप अगले महीने तक लाने की तैयारी है। इसे लॉन्च किए जाने के बाद पहले से चल रही चार-पांच एप को निष्क्रिय कर दिया जाएगा। कोशिश यह की जा रही है कि एक ही एप पर लोग गंदगी, सीवर उफनने, पेयजल सप्लाई बाधित होने, पाइप लाइनों में लीकेज, स्ट्रीट लाइट खराब होने जैसी शिकायतें दर्ज करा सकें। एप में इस तरह के प्रावधान किए जा रहे हैं कि इस पर शिकायत दर्ज होने के बाद समस्या के निस्तारण की प्रक्रिया का पूरा ब्यौरा दर्ज होता रहे ताकि शिकायतकर्ता को भी इसकी जानकारी मिलती रहे।
इस एप से अधिकारियों को भी निगरानी करने में आसानी रहेगी। वे यह जान सकेंगे कि निचले स्तर पर शिकायत को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही तो नहीं बरती जा रही।‘इंटीग्रेटेड एप से लोगों को बहुत सहूलियत हो जाएगी। इस एप के जरिए एक ही प्लेटफॉर्म से समस्याओं की शिकायत और उनका समाधान हो सकेगा। कोशिश है कि मार्च में इस एप को लोगों तक पहुंचा दिया जाए। निखिल टीकाराम फुंडे, नगर आयुक्त

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