उप खनिजों के अवैध परिवहन व करापवंचन पर रोक लगाने की, की जाए प्रभावी कार्यवाही -डॉ० रोशन जैकब

लखनऊः 19 फरवरी 2021 निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग, उत्तर प्रदेश डा० रोशन जैकब ने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि खनिजों के अवैध परिवहन व करापवंचन पर प्रभावी नियंत्रण हेतु गठित सचल जांच दलों को और अधिक सक्रिय किया जाएं। उन्होंने जनपदीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चिन्हित रूटों में सचल जांच दल तीन पालियों में 24 घंटे नियमित रूप से काम करें। प्रदेश में 56 सचल दल गठित किए गए हैं। उन्होंने जिला अधिकारियों को जारी दिशा-निर्देशों में कहा है कि अवैध खनन परिवहन पर नियंत्रण हेतु तकनीकी अवसंरचनाओं के सृजन हेतु आवश्यक उपकरण एवं कार्मिकों की व्यवस्था किये जाने के निर्देश पूर्व में ही दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा है कि जनपदों में खनिज परिवहन की जांच में किसी भी स्तर पर शिथिलता न बरती जाए। डा0 रोशन जैकब ने बताया कि जांच दल में जनपदों में उपलब्ध कार्मिकों के अतिरिक्त आवश्यकतानुसार सेवानिवृत्त सैन्य कर्मचारी/होमगार्ड/पीआरडी के जवान लिए गए हैं। इसके अलावा जनपदों में आरएफआईडी हैंड हेल्ड रीडर मशीन उपलब्ध कराई गई है। आवश्यकतानुसार लैपटॉप, आवश्यक सॉफ्टवेयर, इंटरनेट, कैमरा, प्रिंटर, पावर बैकअप आदि की व्यवस्था नियमानुसार जिला खनिज न्यास से कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। डा०रोशन जैकब ने यह भी निर्देश दिए हैं जनपदीय खान अधिकारी/खान निरीक्षक सचल जांच दल का प्रभारी होगा और प्रत्येक सचल जांच दल द्वारा की गई साप्ताहिक कार्रवाई की समीक्षा सम्बन्धित जिलाधिकारी द्वारा की जाएगी तथा प्रत्येक माह कृत कार्रवाई की संकलित सूचना, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय को 5 तारीख तक दी जाएगी। डा०जैकब ने बताया कि जांच दल को जो भी उपकरण दिए गए हैं, उनका लखनऊ मुख्यालय स्थित कमांड सेंटर से लिंक किया गया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि खनन स्थल से ही गाड़ियां ओवरलोड न होने पाएं, इसकी सघन जांच की जाए। उन्होंने कहा कि सचल जांच दल द्वारा जैसे ही हैंड हेल्ड स्कैनर द्वारा वाहन की नंबर प्लेट आदि की फोटो ली जाएगी उसका सारा विवरण एप पर आ जायेगा तथा एम०एम०-11 का ब्यौरा भी कैप्चर हो जाएगा और उसे मुख्यालय कमांड सेंटर से भी देखा जा सकेगा। इन सभी प्रक्रियाओं व व्यवस्थाओं के संचालन का जायजा लेने के उद्देश्य 18 /19 फरवरी की रात में जनपद फतेहपुर में निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। डा0 रोशन जैकब ने बांदा और फतेहपुर के खान अधिकारियों को चेतावनी जारी करते हुए निर्देश दिए हैं कि खदानों से ही गाड़ी की सही लोडिंग कराई जाए।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,