बुन्देलखण्ड विकास सेना ने जल संस्थान के अधिकारियों को चेताया
शिवम अग्निहोत्री
गर्मी मौसम शुरू होते ही शहर में पेयजल आपूर्ति ठप
निर्बाध पानी की सप्लाई नहीं होने पर पर उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी
ललितपुर। बुन्देलखण्ड विकास सेना की एक बैठक स्थानीय कम्पनी बाग में सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में जलसंस्थान की अकर्मणता, लापरवाही और घोर संवेदनशून्यता की वजह से शहर में व्याप्त जलसंकट पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गई। सेना प्रमुख ने कहा कि जिला ललितपुर सिटी ऑफ डेम होने के बाबजूद आज शहर में पीने के पानी के लिए हाहाकार मची हुई है। गोविन्दसागर बांध के माध्यम से शहर में पीने के पानी की सप्लाई की जाती है। गोविन्द सागर बांध में पानी की क्षमता पर्याप्त होने बाबजूद शहर में निर्बाध गति से सप्लाई नहीं हो पा रही है। और जो कुछ भी थोड़ी बहुत पानी की सप्लाई होती है तो उससे नलों में गन्दा बदबूदार पानी आ रहा है। जिस कारण संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि शहर के हर घरों के नलों से पानी गायब है। सुबह होते ही पूरे शहर में पानी किए हाहाकार मच जाती है। नेहरू नगर से लेकर, गोविन्द नगर तक तथा गाँधीनगर से लेकर पटेल नगर तक शहर के चारों कोनों में पानी की आपूर्ति लडख़ड़ाई हुई है। खिरकापुरा, लेडिय़ा, नेहरू नगर, चौबयाना, छत्रसालपुरा, मउठाना में तो एक हफ्ते से नल सूखे हुए हैं। जिलाधिकारी से मांग की है कि स्वच्छ पेयजल की निर्बाध रूप से आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। अन्यथा बुन्देलखण्ड विकास सेना उग्र आन्दोलन छेडऩे के लिए बाद्ध हो जायेगी। इस मौके पर राजकुमार कुशवाहा, अमरसिंह, मुन्ना त्यागी, कदीर खान, राजेन्द्र राजपूत, मगनलाल, मुन्ना भैलोनी, अजय कुमार वर्मा, प्रमोद धानुक, पुष्पेन्द्र शर्मा, नन्दराम कुशवाहा, प्रेमशंकर गुप्ता, सुरेश कुशवाहा, भगवत प्रसाद रैकवार, गंगाराम साहू, दिनेश कुशवाहा, गणेश प्रसाद, खुशाल बरार, कामता भट्ट, देवीलाल, नन्दू सोनी आदि उपस्थित रहे।
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