कोरोना काल में घर बैठे ई संजीवनी के जरिये पाएं स्वास्थ्य सुविधा एप से ,घर बैठे डॉक्टर की सलाह और ओपीडी की सुविधा उपलब्ध

शिवम अग्निहोत्री
ललितपुर। कोरोना संक्रमण एक बार फिर पैर पसारता जा रहा है। कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक ऐसे में मास्क लगाने और हाथ धोने के साथ ही अनावश्यक रूप से बाहर जाने से बचना चाहिए। इसलिए जितना हो सके टेक्नोलॉजी का फायदा घर बैठे उठायें और खुद को और परिवार को भी कोरोना से बचाएं। इन सब के बीच अन्य रोगों के इलाज हेतु ऑनलाइन ओपीडी की सुविधा ई संजीविनी के जरिए लोगों तक पहुंच रही है। डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) गणेश ने बताया कि ई संजीविनी एप साल 2019 में प्रदेश में लांच हुआ था जबकि जनपद में इसकी शुरुआत दिसम्बर 2019 में हुई थी। इस सुविधा का लाभ लोगों ने कोरोना काल के वक्त ज्यादा उठाया है। इस दौरान लोग अनावश्यक रूप से बाहर नहीं जाना चाहते थे साथ ही इलाज भी जरूरी था। इस लिए लोगों ने ई संजीविनी एप से चिकित्सकों से सलाह लेना शुरू किया। सुविधा प्राप्त करने के मामले में प्रदेश स्तर पर जनपद 12वें स्थान पर है, अब तक 21908 ओपीडी ई संजीविनी से हुईं हैं। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 6933 ओपीडी ई संजीविनी से हुईं हैं। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया ऑटो कनेक्टेड होती है। मंडल पर मेडिकल कॉलेज झांसी इसका सेण्टर है। चिकित्सीय परामर्श के दौरान नजदीकी चिकित्सक से संपर्क होता है। कैसे काम करता है ई संजीविनी एप इस एप को प्ले स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। इसके बाद एप पर ही मोबाइल नंबर से नामांकन करना होगा। उसके बाद अपनी परेशानी चिकित्सक को बतानी होगी। यह पूरी प्रक्रिया वीडियो कॉल के माध्यम से होती है। मरीज और चिकित्सक के बीच वर्चुअल समन्वय स्थापित होता है। ई संजीविनी का समय सोमवार से शनिवार सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे और शाम तीन बजे से शाम पांच बजे तक है। इस पूरी प्रक्रिया के लिए एंड्राइड फोन होना जरूरी है। इस ओपीडी में मरीज सिर्फ जनपद के ही नहीं पूरे राज्य के किसी भी डॉक्टर से परामर्श ले सकता है। एंड्राइड फोन नहीं है तो चिंता की बात नहीं जिन लोगों के पास एंड्राइड फोन नहीं है वह अपने नजदीकी हेल्थ एंड वेलनेस सेण्टर पर जाकर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर से मिलकर ई संजीविनी ओपीडी के बारे में जानकारी ले सकते हैं। जनपद में 58 हेल्थ एंड वेलनेस सेण्टर हैं। यह है प्रक्रिया... सबसे पहले ई संजीवनी ओपीडी एप डाउनलोड करें, फिर इसे खोलकर पेशेंट रजिस्ट्रेशन पर जाएंगे, मोबाइल नंबर डालेंगे, फिर ओपीडी खुलेगा, अपना नाम, पता, उम्र, संबंधित रोग के डॉक्टर आदि की विवरण भरना होगा, आपको टोकन नंबर मिलेगा, फिर पेशेंट को लॉगइन में अपना मोबाइल नंबर और टोकन नंबर डालना होगा, आपका नंबर आने पर सीधे वीडियो कालिंग से डॉक्टर से जोड़ा जाएगा, डॉक्टर से वीडियो के जरिये आप अपने रोग की जानकारी देंगे, डॉक्टर दवा भी मैसेज के जरिये लिखकर देंगे। जब पैर के दर्द से परेशान हुए ब्राह्मानंद 32 वर्षीय ब्रह्मानंद ने बताया कि वह पेशे से किसान हैं। कुछ समय पहले उन्हें जोड़ों में दर्द होने लगा था। नजदीकी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सम्पर्क करके उन्हें ऑनलाइन ओपीडी के बारे में मालूम हुआ। वीडियो कॉल के माध्यम से उन्हें जनपद के डॉक्टर का ही परामर्श मिला और दवा भी स्वास्थ्य केंद्र पर उपलब्ध थी। दो बार दिखाने पर ही उन्हें आराम मिल गया। उन्होंने बताया कि इस तरह से अपने गाँव में रहते हुए भी उच्च स्तर का इलाज मिल गया।

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