सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ के अनेकों काम किए गए जिन्हें हमेशा याद रखा जाएगा: मायावती

लखनऊ, 14 अप्रैल 2021, बुधवार: बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) की राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व सांसद व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने आज सुबह यहाँ मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि: ’’जैसाकि विदित है कि आज भारतीय संविधान के मूल निर्माता एवं दलितों, शोषितों व अन्य उपेक्षित वर्गों के मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर जी की जयन्ती है और इस मौके पर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना प्रकोप के चलते तथा सभी सरकारी नियमों का अनुपालन करते हुये पूरे देश में बी.एस.पी. के लोग बहुत ही सादगी के साथ इनकी जयन्ती मना रहे हैं, उन सभी को मैं हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें देती हूँ तथा इसके लिए उनका आभार भी प्रकट करती हूँ। साथ ही, मैं अपनी व पार्टी के ओर से इनको पूरे तहेदिल से नमन करते हुये अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करती हूँ। हाँलांकि हर वर्ष आज का दिन हमारी पार्टी के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण व खास दिन होता है, क्योंकि आज के ही दिन अर्थात् बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के शुभ अवसर पर ही दिनाँक 14 अप्रैल सन् 1984 को मान्यवर श्री कांशीराम जी द्वारा बी.एस.पी. की स्थापना की गई थी, जिन्होंने अपनी पूरी जिन्दगी बाबा साहेब के मिशन (कारवाँ) के लिए समर्पित की है। इतना ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक मात्र यही बी.एस.पी. पार्टी है जो यहाँ जातिवादी, पूँजीवादी व संकीर्ण मानसिकता रखने वाली पार्टियों की सभी चुनौतियों का तथा उनके सभी साम, दाम, दण्ड, भेद आदि हथकण्डों का भी मुकाबला करते हुये बाबा साहेब के मिशन (कारवाँ) को आगे बढ़ाने के लिए पूरे जी-जान से लगी हुई है जिसके लिए इन्हें बाबा साहेब की सोच के मुताबिक चलकर यहाँ केन्द्र व राज्यों में तथा अन्य सभी स्तर पर भी राजनैतिक सत्ता की मास्टर चाबी खुद अपने हाथों में लेनी होगी और इसी खास मकसद से ही बी.एस.पी. का गठन किया गया है। मुझे पूरी उम्मीद है कि बी.एस.पी. के लोग बाबा साहेब के इस सपने को जरुर पूरा करंेगे। इसके साथ-साथ यहाँ मैं यह भी कहना चाहूँगी कि केन्द्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर जो इसे आज तक अर्थात् 14 अप्रैल तक उत्सव के रुप में मनाने का विशेष अभियान चलाया हुआ है यह अच्छी बात है, लेकिन यदि यह उत्सव खासकर यहाँ देश के गरीब एवं अन्य सभी जरुरतमन्द लोगों को फ्री में वैक्सीन लगाने के रुप में मनाया जाता तो यह ज्यादा उचित होता, जिसके लिए बी.एस.पी. शुरु से ही इसकी बराबर माँग भी करती आ रही है। इसलिए आज मैं बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के शुभ अवसर पर केन्द्र व सभी राज्य सरकारों से भी यह विशेष अनुरोध करती हूँ कि वे आज 14 अप्रैल को यह वैक्सीन पूरे देश में गरीब एवं अन्य सभी जरुरतमन्द लोगांे को मुफ्त/फ्री में लगाने का निर्णय लेकर इसका आज ही एलान भी करें। इसके इलावा, देश में इस वर्ष फिर से कोरोना महामारी की रफ्तार बढ़ने की वजह से जो लोग पलायन करके अपने-अपने राज्यों में लौटने का मन बना रहे हैं या लौट रहे हैं तो उन्हें वही रोककर वहाँ की राज्य सरकारे उनके ठहरने व खाने आदि की समुचित व्यवस्था करें तो यह ज्यादा उचित होगा। वरना ये लोग पलायन के दौरान कोरोना महामारी की भी चपेट में आ सकते है तो इससे इनकी ओर भी ज्यादा मुश्किले बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में, उन्हें रोकने के लिए केन्द्र की सरकार भी वहाँ कि राज्य सरकारों की हर प्रकार से मदद जरुर करे। बी.एस.पी. की यह माँग है और ऐसा किये जाने पर फिर यही बाबा साहेब के प्रति इनकी सच्ची श्रद्धा भी होगी। इन कुछ ख़ास अनुरोधों के साथ ही अब मैं पुनः बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को अपने हार्दिक श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये अपनी बात यही समाप्त करती हूँ, लेकिन बाबा साहेब व इनके सम्मान में यू.पी. में बी.एस.पी. की रही सरकार द्वारा किये गये अनेकों ऐतिहासिक व महत्वपूर्ण कार्यों के सम्बन्ध में तथा अन्य और जरुरी मामलों में भी विस्तार से जानकारी प्रेसनोट के ज़रिये दे दी जायेगी ताकि उनसे खासकर हमारी युवा व नई पीढ़ी प्रेरित होकर इनकी मूवमेन्ट को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देती रहे। अब मैं अपनी बात को यहीं विराम देती हूँ। धन्यवाद, जय भीम व जय भारत उल्लेखनीय है कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर जैसी महान हस्ती युगों में जन्म लेती है जिनके प्रति अपार राष्ट्रीय श्रद्धा व सम्मान होने के बावजूद, उनके संविधान की अनदेखी व स्वंय उनके प्रति तिरस्कार की भावना रखते हुए, उन जैसे युगपुरूष को ’भारतरत्न’ की उपाधि से सम्मानित नहीं करना अक्षम्य कृत्य/अपराध है जिसके लिए खासकर कांग्रेस पार्टी को कभी भी माफ नहीं किया जा सकेगा। देश को बेहतरीन संविधान देकर भारत का नाम दुनिया में अव्वल श्रेणी में करने वाले महापुरूष को उचित सम्मान नहीं देकर उनका तिरस्कार घोर संकीर्ण जातिवादी द्वेषपूर्ण सोच व मानसिकता नहीं तो और क्या है? और अन्ततः यह बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की मानवीय सोच रखने वाली बी.एस.पी. की मजबूती का ही परिणाम है कि उन्हें, उनके दिवंगत होने के लगभग 34 वर्षों के बाद सन 1990 में श्री वी.पी. सिंह की गठबंधन सरकार में, बी.एस.पी की पहल के कारण ही ’भारतरत्न’ की उपाधि से श्री नेल्सन मण्डेला के साथ सम्मानित किया गया, जो इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में दर्ज है और आगे भी रहेगा। यही नहीं बल्कि बी.एस.पी की मजबूती का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश जैसे विशाल आबादी वाले बड़े राज्य में बी.एस.पी. के नेतृत्व में चार बार रही सरकारों में बाबा साहेब के बताए गये रास्ते पर चलकर ’सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ के अनेकों काम किए गए जिन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। डा. अम्बेडकर की तरह ही उनकी अनुयाई पार्टी बी.एस.पी. ने भी अनेकों स्वर्णिम इतिहास बनाए हैं। लोग/पार्टियाँ वोट की राजनीति व स्वार्थ की खातिर तथा लोगों को वरगलाने के लिए मनमाना इतिहास गढ़ते हैं जबकि बी.एस.पी. की सरकार में जनहितैषी काम करके इतिहास बनाने का काम किया है। वैसे भी वोटों के स्वार्थ व राजनीतिक लाभ आदि की खातिर बाबा साहेब डा. अम्बेडकर का नाम कौन नहीं जपता है, किन्तु उनकी सोच व मंशा के हिसाब से पार्टी व सरकार चलाकर समतामूलक समाज बनाना की असली देशसेवा व देशभक्ति है। इसीलिए आज देश व यूपी में जिन भी जनहित व जनकल्याणकारी स्कीमों आदि पर जोर देकर उसके आधार पर वोट माँगा जा रहा है उनमें से अधिकतर की शुरूआत बी.एस.पी. सरकार ने करके व उन्हें यूपी में सही से लागू करके दिखाया है। चाहे पी.पी.पी. माडल पर ’यमुना एक्सप्रेस-वे’ हो या फिर नोएडा से बलिया तक 8-लेन वाली ’गंगा एक्सप्रेस-वे’ परियोजना या फिर जेवर, बुलन्दशहर में ’ताज अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट एवं एविएशन हब परियोजना’, मेट्रो रेल अथवा विदेश मुद्रा अर्जन के लिए ’बौद्ध सर्किट’ का विकास तथा अनेको कालेज-विश्वविद्यालय, अस्पतालों व देश में आरक्षण के जनक छत्रपति शाहूजी महाराज के नाम पर लखनऊ में यूपी की प्रथम मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना आदि, ये सभी बी.एस.पी सरकार की ही देन है, जिनके नाम राजनीतिक दुर्भावना व संकीर्ण जातिवादी द्वेष के कारण तो बदले जा सकते हैं लेकिन उन्हें न तो कभी भुलाया जा सकता है और न ही उन्हें कभी भी मिटाया जा सकता है किन्तु ऐसा करने वालों का नाम इतिहास के काले पन्नों में हमेशा ही दर्ज रहेगा। इसके अलावा, यूपी मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना, सावि़त्रीबाई फुले बालिका शिक्षा योजना, महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना, मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना, डा. अम्बेडकर ग्राम विकास योजना, मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी दलित बस्ती समग्र विकास योजना, सर्वजन हिताय गरीब (स्लम एरिया) मालिकाना हक योजना, बी.पी.एल. कार्डधारकों व महामाया आर्थिक मदद योजना के लाभार्थियों को न्यायालय में निःशुल्क पैरवी की सुविधा, महामाया सर्वजन आवास योजना, जनहित गारण्टी कानून आदि जनहित व जनकल्याण के कुछ ऐसे काम हैं जिनसे यूपी को गरीबी व बेरोजगारी के कारण मजबूरी के पलायन व पिछडेपन आदि से मुक्ति दिलाकर यहाँ के लोगों का हित साधने का प्रयास खासकर कांगे्रस, भाजपा व सपा आदि पार्टी के षडयंत्रों का सामना करते हुए किया गया। यूपी में खासकर रोजगार-सृजन के मामले में प्राइवेट सेक्टर में लाखों नए अवसर के नए रिकार्ड स्थापित करते हुए सरकारी क्षेत्र में भी वर्षों से सामान्य भर्ती पर लगे प्रतिबन्ध को हटाकर सर्वसमाज को भरपूर नौकरी दी गई तथा यूपी के एक लाख 8 हजार 43 राजस्व ग्रामों में सफाईकर्मी का नया सरकारी पद सृजित करके प्रत्येक गाँव में एक सरकारी सफाईकर्मी की नौकरी दी गई। एक मुश्त करीब सवा लाख नए पद पुलिस जवानों के लिए भी सृजित किए गए तथा उनपर नियुक्तियाँ की गईं। तथा अन्य ओर विभागो में व गैर-सरकारी क्षेत्रो में भी काफी नियुक्तियाँ की गई। इस प्रकार साफ तौर पर स्पष्ट है कि बी.एस.पी. की सरकार ने जनहित व जनकल्याण का वास्तविक काम करके दिखाया है जबकि विरोधी पार्टियों की सरकारों में ज्यादातर हवा-हवाई बातें ही की जाती हैं व झूठे सपने दिखाने का छलावा ज्यादा किया जाता है जिसका सिलसिला वर्तमान समय में भी लगातार जारी है। साथ ही, पेंशन, छात्रवृति व अन्य विभिन्न सरकारी स्कीमों आदि का लाभ सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में देने की फूलप्रूफ व्यवस्था बनाने की शुरूआत भी बी.एस.पी. सरकार द्वारा ही यहाँ यूपी में की गई थी, जिसका अनुसरण आज सभी कर रहे है।

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