प्रदेश में एक्टिव केसों की वर्तमान संख्या मात्र 37 हजार के लगभग है

लखनऊ: 31 मई, 2021 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने वृंदावन में स्थित परमशक्ति पीठ के तत्वावधान में संचालित वात्सल्य कोविड-केयर सेंटर का आज वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में जिस मजबूती से कार्य किया जा रहा है, उसके अपेक्षित परिणाम सामने आए। इस समय देश का नेतृत्व स्वयं मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए आगे बढ़कर कार्य कर रहा है। धार्मिक जगत सहित समाज के सभी वर्गों के सहयोग से यह लड़ाई आसान होगी। उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया 100 वर्षों की सबसे बड़ी महामारी कोरोना का सामना कर रही है उस समय परम शक्ति पीठ और वात्सल्य परिवार के द्वारा कोविड केयर सेन्टर का शुभारंभ किया गया है। इस परिकल्पना को साकार करने के लिए उन्होंने महामंडलेश्वर श्री परमानन्द जी महाराज तथा साध्वी ऋतंभरा का हृदय से अभिनन्दन किया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वृंदावन और उसके आसपास के क्षेत्र में एक ऐसी परिकल्पना को साकार किया गया है जो हमें द्वापर युग की याद को ताजा करा देती है। वात्सल्य ग्राम की परिकल्पना ने हमें इस बात का साक्षात अनुभव कराया है कि जिन्हें समाज द्वारा छोड़ दिया है, उन बच्चों, बालिकाआंे, लोगों को समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा में जोड़ने का यह सराहनीय कार्य है। यह वात्सल्य ग्राम इस प्रकार के अभिनव कार्यक्रम का एक उदाहरण है। धर्मराज युधिष्ठिर और यक्ष के प्रश्न के प्रकरण का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विपत्ति में व्यक्ति का सबसे बड़ा सहयोगी उसका धैर्य होता है। भारत 135 करोड़ की आबादी का देश है। पूरे विश्व में अन्य विकसित देशों की तुलना में पॉजिटिविटी दर और मृत्यु दर, दोनों में भारत की स्थिति न्यूनतम है। सामान्य जनमानस को यह बताने की आवश्यकता है कि 100 वर्षों में इस प्रकार की महामारी का सामना विश्व मानवता कर रही है। 1919 में स्पेनिश फ्लू की महामारी से गांव-गांव और कस्बे समाप्त हो गये। अगर हम वर्तमान की तुलना करें तो हमें प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करना पड़ेगा कि उनके मार्गदर्शन तथा नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा किए जा रहे प्रबंधों से हमने इस महामारी को नियंत्रित किया। भारत सरकार ने कोरोना वायरस से देश के लोगों को बचाने के लिए दो स्वदेशी वैक्सीन उपलब्ध कराए। विगत 16 जनवरी से इनके निःशुल्क वैक्सीनेशन की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई। इसके प्रथम चरण में हेल्थ वर्करों को, दूसरे चरण में कोरोना वारियर्स को एवं तीसरे चरण में 60 वर्ष के ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन प्रारम्भ किया गया। चतुर्थ चरण में 45 वर्ष से अधिक की आयु के लोगों के निःशुल्क वैक्सीनेशन की कार्यवाही की जा रही है। 01 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का निःशुल्क वैक्सीनेशन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड काल खण्ड में भारत में दो स्वदेशी वैक्सीन, निःशुल्क दवा सहित अन्य प्रकार की सुविधाओं के साथ-साथ गरीबों को राहत पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज, आत्मनिर्भर भारत पैकेज आदि को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम लाया गया है। दुनिया की तमाम हस्तियों और संयुक्त राष्ट्र संघ, विश्व स्वास्थ्य संगठन आदि विभिन्न संस्थाओं ने प्रधानमंत्री जी की इस पहल का विशेष रूप से स्वागत किया। उन्होंने देश में उम्मीद और सकारात्मकता के माहौल के सृजन पर बल दिया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश में पहली बार आॅक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन तथा एयरफोर्स के विमानों से टैंकर पहुंचाकर आॅक्सीजन उपलब्ध करायी। उन्होंने रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जहां भी जरूरत पड़ी वहां ट्रेन उपलब्ध कराकर देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश को ऑक्सीजन प्रदान करने में सहयोग किया। इससे उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में ट्रेनों के माध्यम से ऑक्सीजन को उपलब्ध कराया जा सका तथा ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति सुनिश्चित की गई। मुख्यमंत्री जी ने कहा कोरोना की फस्र्ट वेव में प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाना एक चुनौती थी। श्रमिकों और कामगारों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए निःशुल्क ट्रेनें चलाई गईं। उस समय उत्तर प्रदेश में 40 लाख प्रवासी श्रमिक और कामगार आए थे। किसी भी श्रमिक के साथ दुर्घटना न होने पाए, इसका ध्यान रखते हुए सभी श्रमिकों को उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था रेल मंत्रालय के सहयोग से की गयी। इन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने के साथ-साथ उन्हें क्वारंटाइन में रखने, उन्हें भोजन, खाद्यान्न उपलब्ध कराने के साथ ही आवश्यकतानुसार उनके उपचार की भी व्यवस्था की गयी। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में कोरोना टेस्ट की क्षमता में व्यापक वृद्धि की है। आज उत्तर प्रदेश में 3.5 लाख से चार लाख टेस्ट प्रतिदिन किये जा रहे हैं। इसमें प्रधानमंत्री जी भारत सरकार, जनता-जनार्दन, स्वयंसेवी संगठन, का विशेष रूप से सहयोग मिल रहा है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में कोरोना टेस्ट की क्षमता मौजूद है। सरकार ने सभी नई तकनीकों का प्रयोग किया है। प्रदेश में कोरोना पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ प्रशिक्षित मैन पावर की संख्या में भी वृद्धि की गयी। अब तक प्रदेश में लगभग 5 करोड़ कोविड टेस्ट किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में आई0सी0यू0 तथा आॅक्सीजन व्यवस्था के 80,000 बेड उपलब्ध हैं। वृंदावन मंे 100 बेड का वात्सल्य कोविड केयर सेंटर प्रारम्भ हो रहा है। यह जरूरतमन्दों को आई0सी0यू0 या आइसोलेशन बेड उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि हम आश्वस्त हैं कि थर्ड वेव के आने के पहले ही उसको नियंत्रित करने में सफल रहेंगे। यद्यपि अगर किसी भी प्रकार से थर्ड वेव की स्थिति आयी, तो हमारा प्रयास रहेगा कि किसी भी बच्चे पर किसी भी प्रकार की आंच ना आने पाये। इस दिशा में वात्सल्य कोविड केयर सेंटर का प्रयास एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। थर्ड वेव की आशंका उस समय जतायी जा रही है जब तमाम विषाणुजनित तथा जलजनित बीमारियां जैसे मलेरिया, डेंगू, कालाजार, इंसेफेलाइटिस आदि बरसात के समय होंगी। इन सभी रोगों के लिए उस समय वात्सल्य कोविड केयर सेन्टर, कोरोना के अलावा अन्य सभी बीमारियों से बचाने में भी अपनी बड़ी भूमिका निभाएगा। यह बच्चों के लिए विशेष रूप से रामबाण भी साबित होगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पंचायत चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में आशंका व्यक्त की जा रही थी कि गांव-गांव में कोरोना का फैलाव होगा। उत्तर प्रदेश की 78 प्रतिशत आबादी गांव में निवास करती है। 97,000 गांवों में 72,000 निगरानी समितियां भेजकर स्क्रीनिंग की गयी। लक्षणयुक्त अथवा संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति को मेडिसिन किट उपलब्ध करायी गयी तथा उनका एंटीजन टेस्ट भी किया गया। इसका परिणाम यह रहा कि प्रदेश में संक्रमण फैलने से रोका गया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कार्य की मौके पर जानकारी के लिए उन्होंने कई गांवों का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में बीते 24 घण्टों में 03 लाख 12 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट संपन्न किए गये। इस दौरान मात्र 1,497 नए संक्रमित मामले सामने आए हैं। प्रदेश में एक्टिव केसों की वर्तमान संख्या मात्र 37 हजार के लगभग है। हेल्थ वर्करों, कोरोना वाॅरियर्स, एन0जी0ओ0, सफाई कर्मचारियों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के सहयोग से संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें यह याद रखना होगा कि हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं, इसके लिए हमें कुछ विशेष सावधानियां की अत्यंत आवश्यकता है। इस क्षेत्र में कार्य करने वाली विभिन्न संस्थाओं को ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ का फार्मूला सदैव याद रखना होगा। इसी मंत्र को ध्यान में रख कर कार्य करना होगा। जितनी जल्दी से हो सके लोगों को बचाते हुए संक्रमण की चेन को तोड़ना होगा। 60 वर्ष के ऊपर, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग हाई रिस्क कैटेगरी में शामिल हैं। यह लोग घर से बाहर न निकलें। अन्य लोगों को यदि किसी विशेष कार्य से बाहर निकलना हो तो वह लोग मास्क लगाकर बाहर निकलें, 2 गज की दूरी बनाए रखें तथा कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि लोग कोरोना की जांच एवं वैक्सीनेशन अवश्य कराएं। वैक्सीनेशन एक सुरक्षा कवच प्रदान करेगा। इसका पालन करने से हमें थर्ड वेव को रोकने में पूर्ण मदद मिलेगी। कार्यक्रम में केंद्रीय रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ0 हर्षवर्धन, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी एवं उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।

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