विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक पदों पर त्रिस्तरीय चयन प्रक्रिया लागू

विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक पदों पर चयन में होगी एकरूपता एवम पारदर्शिता विश्वविद्यालयों में चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए होगी ऑडियो व वीडियो रिकॉर्डिंग
विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति में कंप्यूटर ज्ञान अनिवार्य
लखनऊ: 21 मई 2021 उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में विभिन्न शैक्षणिक पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति में एकरूपता एवम पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से मेरिट के साथ साथ लिखित परीक्षा के बाद प्राप्त अंकों के आधार पर साक्षात्कार लिया जाएगा ये जानकारी राज्यपाल जी के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता ने दी उन्होंने बताया कि साक्षात्कार में पारदर्शिता लाने के लिये कुलाधिपति की अध्यक्षता में हुई चर्चा के बाद कुलपतिगण की एक समिति का गठन किया गया था जिसमें सामान्य विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय, प्राविधिक विश्वविद्यालय, तथा चिकित्सा विश्वविद्यालय के 05 कुलपति शामिल किये गए थे जिनकी रिपोर्ट पर सभी विश्वविद्यालयों में एक समान चयन प्रक्रिया लागू करने का निर्णय लिया गया है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सहायक आचार्य पद पर चयन हेतु कुल100 अंक निर्धारित किये गए हैं जिसके अनुसार स्नातक/स्नातकोत्तर/एम फिल या समतुल्य डिग्री पर20 अंक, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्धारित व्यवस्था के अनुसार ए आई स्कोर के लिये30 अंक, विषय की जानकारी के लिए लिखित परीक्षा 20 अंक तथा शिक्षण कौशल की जानकारी के लिए 20 अंक निर्धारित किये गए हैं उन्होंने बताया कि कौशल लिखित परीक्षा ऑब्जेक्टिव आधार पर होगी जिसमें कंप्यूटर ज्ञान की परीक्षा प्रमुखता से ली जायेगी क़्योंकि अब विश्विद्यालयो में ऑन लाइन शिक्षण पर जोर दिया जा रहा है अतः इसी आधार पर बनी मेरिट लिस्ट के अनुसार टीचिंग स्किल परीक्षा ली जायेगी तदुपरान्त साक्षात्कार के आधार पर अंतिम रूप से अभ्यर्थियों का चयन किया जायगा उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण चयन प्रक्रिया की ऑडियो व वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी जिसे कम से कम तीन महीने तक सुरक्षित रखने का दायित्व कुलपति का होगा।

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