कंटेनमेंट जोन में पेयजल समस्या का त्वरित करें निराकरण : डीएम

सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक खोले जाएंगे डाकघर
कोरोना कफ्र्यू के दौरान जनपदवासियों की वित्तीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने लिया निर्णय
शिवम अग्निहोत्री
ललितपुर। जिलाधिकारी अन्नावि दिनेशकुमार की अध्यक्षता में कोविड-19 कोर कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट पार्क में आयोजित की गई। बैठक में सर्वप्रथम विगत 24 घंटे के कोविड परिणामों पर चर्चा हुई। आरआरटी टीम की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में 97 में से 72 लोगों से संपर्क किया गया तथा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में कुल 7 मरीज अनट्रेस रहे, इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अनट्रेस लोगों को जल्द से जल्द ट्रेस कर सूचित करें। सर्विलांस की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि क्रॉस चेक करने पर पता चला है कि सर्विलांस टीम द्वारा काम नहीं किया जा रहा है इस पर उन्होंने घोर नाराजगी जाहिर करते हुए सभी सर्विलांस टीमों को क्रियाशील करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जनपद में कोरोना कफ्र्यू के दौरान लोगों को वित्तीय समस्या ना हो, इसके लिए यह निर्णय लिया गया है कि अब से सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक जनपद के सभी डाकघर खोले जाएंगे। सैंपलिंग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि विगत 24 घंटों में ग्रामीण क्षेत्र में 630 तथा शहरी क्षेत्र में 525 लोगों की सैंपलिंग की गई है। इस पर जिलाधिकारी ने सैंपलिंग की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश दिए। फैसिलिटी एलोकेशन की समीक्षा के दौरान बताया गया कि विगत 24 घंटों में 80 केस पॉजिटिव मिले हैं जिनमें 60 वर्ष की आयु के ऊपर के सभी लोगों को एल-1 हॉस्पिटल में भेजा गया है। कोविड अस्पतालों की समीक्षा के दौरान रु1 व रु2 अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के साथ-साथ मरीजों की समस्याओं के तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए गए। एल-1 व एल-2 अस्पताल में फायर ब्रिगेड का वाहन अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे। कण्टेन्मेंट जोन की समीक्षा में जिलाधिकारी ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में कण्टेन्मेंट जोन बनाये जाने में कोताही बरती जा रही है, इस पर उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों का स्पष्टीकरण तालाब किया। पेयजल आपूर्ति की समीक्षा में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जेई जल संस्थान को पत्र के माध्यम से सूचित करें कि जनपद में जल संस्थान के अधिकारी बीमार हैं तथा जनपद में कई स्थानों पर फाल्ट के कारण आपूति बाधित हो रही है। जिला अस्पताल की समीक्षा के दौरान बताया गया कि चिकित्सालय में हाइड्रोक्लोराइड से छिडक़ाव किया जा रहा है। इस दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि रेमडे सिविर इंजेक्शन देने से पूर्व मरीज की सहमति लेना अनिवार्य है, इसलिए इंजेक्शन देने से पूर्व मरीज की सहमति अनिवार्य रूप से ली जाए। जो चिकित्सक लगातार काम कर रहे हैं उन्हें रोस्टर के अनुसार रेस्ट भी दिया जाए। इसके साथ ही वैक्सिनेशन को बढ़ाया जाए। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की समीक्षा में बताया गया कि ग्राम सुनौरा व सुनौरी में अधिक संख्या में मरीज मिल रहे हैं, इस पर जिलाधिकारी ने वहां अभियान चलाकर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ग्राम पूराकलां में भी कैम्प लगाकर जांच की जाए। सेनेटाइजेशन एवं कंटेन्मेंट जोन की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी कण्टेन्मेंट जोन में सघन सफाई एवं फॉगिंग अभियान चलाया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पांडे, अपर जिलाधिकारी वि./रा. अनिल कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.डी.के.गर्ग, अपर पुलिस अधीक्षक, डीसी मनरेगा रविंद्रवीर यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी अवधेश कुमार सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं चिकित्सा विभाग के अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

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