फल-सब्जी मंडी में लगी भीड़ बढ़ा रही कोरोना का खतरा

ललितपुर। कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए प्रशासन हर संभव कमद उठा रहा है। कोरोना कफ्र्यू भी चौबीस मई तक बढ़ा दिया गया है। लेकिन नगर की नझाई बाजार स्थित सब्जी मंडी में न तो लोगों को संक्रमण का डर है और न कार्रवाई की चिंता। सब्जी खरीदने, बेचने वालों के साथ आढ़त चलाने वाले सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रहती है। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस लापरवाही से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। दरअसल सब्जियां खरीदने और बेचने के लिए प्रशासन ने नगर में स्थित नझाई बाजार स्थित सब्जी मंडी में सुबह 6 से 11 बजे तक का समय निर्धारित किया है। इस दौरान पुलिस प्रशासन शहर में लॉक डाउन का पालन कराने के लिये सख्ती दिखा रहा है, लेकिन पुलिस के जाने के बाद पुन: व्यापारी अपनी अपनी दुकानें खिलकर बिक्री शुरू कर देते है। सब्जियां, फल, दूध, दवा, किराना सहित अन्य जरूरी सामान खरीदने वालों को रोकोटोको नहीं जाता है। इस राहत का सब्जी मंडी में गलत फायदा उठाया जा रहा है। मंडी में सुबह 6 से 11 बजे तक किसानों, सब्जी खरीदने वालों के साथ-साथ आढ़त चलाने वालों की भीड़ लगी रहती है। परेशान करने वाली बात तो यह है कि सब्जी मंडी में न तो शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है और न ही सभी लोग मास्क लगा रहे हैं। दुकानों पर सब्जियां खरीदने के लिए फुटकर दुकानदारों के साथ-साथ आम लोगों की भीड़ लगी रहती है। इस दौरान एक दूसरे से सटकर खड़े होते हैं। सीधे संपर्क में आने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है। बावजूद इसके न तो प्रशासनिक अधिकारी मंडी में कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने का प्रयास कर रह हैं और न ही नपा अधिकारी बिना मास्क वालों पर कार्रवाई कर रहे हैं। इसके चलते मंडी में कोरोना बिस्फोट होने होने की आशंका है। कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे के लिये भले ही शासन प्रशासन द्वारा लोगों को फेस मास्क का प्रयोग करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, लेकिन आम जनता है कि कोरोना महामारी की भयावहता से बेपरवाह होकर नझाई मंडी स्थित सब्जी मंडी, बाजार एवं सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ के रुप में जमा हो रही है। बता दें कि शासन प्रशासन द्वारा सार्वजनिक स्थलों, सब्जी मंडी, अनाज मंडी एवं बाजारों में सोसल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने के लिए लोगों को बार-बार आगाह किया जा रहा है। यही सरकार द्वारा फेसमास्क का प्रयोग न करने पर 1000 रुपये जुर्माना लगाने और दोबारा पकड़े जाने पर 10 गुना जुर्माना बसूलने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद आम जनता सरकारी गाइड लाइन का पालन करने में कोताही बरत रही है।

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