फर्जी पर्ची के सहारे गरीबों का राशन हजम कर रहे ग्रामीण कोटेदार, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान: विजय पाण्डेय
लखनऊ, कोरोना और ब्लैक फंगस जैसी माहामारियों से जूझ रहे “अंतिम-आदमी” को जहां प्रदेश सरकार द्वारा तीन महीने के मुफ्त राशन की व्यवस्था की जा रही है वहीँ ग्रामीण क्षेत्रों में कोटेदार सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से उनका हक़ मार रहे हैं यह खुलासा अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय ने किया l उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में कोटेदार गरीब कार्डधारकों को यह कहकर अंगूठा लगवा ले रहे हैं कि अगले महीने का राशन पहले बुक कराने से ही आएगा और राशन हजम कर जा रहे हैं l विजय पाण्डेय ने सरकार से मांग की कि लोगों के लिए राशन वितरण की व्यवस्था कठोरता से लागू की जाए क्योंकि अधिकाँश कोटे ऐसे लोगों के पास हैं जिनके खिलाफ आवाज उठा पाना लोगों के लिए संभव नहीं है l तीन बार अंगूठे लगवाकर एक महीने का राशन दिया जाना लोगों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है l विजय पाण्डेय ने कई ग्रामीणों से बात की तो पता चला कि कोटेदार ने बुलाकर उनके अंगूठे लगवा लिए और फर्जी पर्ची काटकर दे दी और यह बताया कि अगले महीने यही पर्ची लेकर आना और अगले महीने का राशन ले जाना जबकि कोटेदार अंगूठा लगवाकर “अंतिम-आदमी” का उस महीने का राशन हजम कर रहा है l इससे सरकार की नाकामी की तस्वीर उभर रही है, गाँवों में यह एक साधारण बात है, सरकार तत्काल इस पर प्रभावी कदम उठाए l