जयश ने विश्व के 198 देशों के नामों की बनाई एक कविता

ललितपुर सेवा ग्रुप के तत्वाधान में किया गया सम्मान समारोह
. दिवंगत रमेश चंद्र जैन न्यू इंडिया ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ललितपुर के नाती एवं ज्योति जैन ठोलिया के पुत्र जयेश ठोलिया उम्र 10 वर्ष हाल निवासी पुणे महाराष्ट्र. जयेश अभी पांचवी कक्षा में पढ़ते हैं आपको बता दें कि जयेश ने सभी सार्क देशों सहित 100 देशों के राष्ट्रगान को याद करके गाया है इसके लिए जयेश को हाल ही में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने मान्यता दी है. जयेश ने कहा कि वह अपने राष्ट्रगान याद करने और गाने के जुनून को आगे भी जारी रखेंगे. जयेश ने कोविड-19 स्थिति से प्रभावित लोगों को प्रेरित करने के लिए अपनी मां के साथ एक वीडियो भी बनाया है. जयेश का जन्म ग्वालियर मध्यप्रदेश में हुआ था उन्होंने अपना प्रारंभिक बचपन यूएसए में बिताया जयेश के पिताजी आशीष ठोलिया एक आईटी पेशेवर हैं जयेश ने अपने पिता के साथ कई देशों की यात्रा की है. उन्हें विभिन्न देशों के राष्ट्रगान याद करने और गाने का शौक है इतनी कम उम्र में जयेश ने ना केवल अपने परिवार का बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाया है. कार्यक्रम मैं प्रमुख रूप से सेवा ग्रुप प्रमुख सानू बाबा पवन साहू स्वप्निल सराफ आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे मिल चुके हैं कई अवार्ड -
जयश ठोलिया बड़े होकर साइंटिस्ट बनना चाहते हैं. उनके जानने वाले और मिलने वाले कभी वर्ल्ड बॉय तो कभी वंडर बॉय के नाम से पुकारने को मजबूर हो जाते हैं. जयश ठोलिया को अब तक कई अवार्ड भी मिल चुके हैं. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी जयश ठोलिया का नाम 100 देशों के राष्ट्रगान याद रखने की वजह से नाम दर्ज किया जा चुका है. विश्व के 198 देशों के नामों की बनाई एक कविता-
जयश ने विश्व के 198 देशों के नामों की एक कविता भी बनाई है. जिसमें सभी 198 देशों के नाम हैं. यानी ये कहा जाए कि जयश को विश्व के 198 देशों के नाम भी कंठस्थ याद हैं. उनकी कौन-कौन सी भाषायें है. इसकी भी जानकारी जयश रखते हैं.

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