प्रोटोकॉल के तहत कोचिंग सेंटर खोले जान की मांग

शिक्षकों के हितों में प्रशिक्षण प्रकोष्ठ ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
ललितपुर। कोचिंग, ट्यूशन, कम्प्यूटर प्रशिक्षण संस्थानों को कोविड के तहत नवीन दिशानिर्देश जारी किये जाने की मांग को लेकर प्रशिक्षण प्रकोष्ठ ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा। ज्ञापन में बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप थमने के पश्चात आर्थिक गतिविधियों को सुचारू करने के लिए शासन द्वारा दुकानें, शॉपिंग मॉल, मनोरंजन पार्क, होटल, रेस्टोरेंट, बार, विवाह समारोह आदि उचित दिशानिर्देशों सहित सुचारू करने की अनुमति प्रदान की गई है, पर प्रशिक्षण संस्थानों, कोचिंग, ट्यूशन, कंप्यूटर सेंटर संचालकों को लॉकडाउन की वजह से भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है लॉकडाउन के कारण शिक्षाक्षेत्र को सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा है, शिक्षाक्षेत्र से जुड़े सभी हितधारक यानी छात्र, उनके माता-पिता और शिक्षक प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए हैं यह प्रशिक्षण संस्थान कहीं से भी प्राइवेट विद्यालय की श्रेणी में नहीं आते वर्तमान परिस्थितियों के कारण शिक्षा की सुविधा के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन यह केवल मेट्रो शहरों में प्रभावी है, और केवल समाज के आर्थिक रूप से संपन्न वर्ग के लिए है, कई स्थानों पर नेट कनेक्टिविटी ना होने की वजह से छात्र लगातार पिछड़ते जा रहे हैं, ऑनलाइन स्टडी ठीक तरीके से नहीं हो पा रही है, पिछले दो वर्षों से प्रशिक्षण ना होने के कारण विद्यार्थियों की मनोस्थिति बिगड़ती जा रही है, प्रशासन के आदेश से स्कूलों व प्राइवेट संस्थानों को बंद करना पड़ा इससे ना तो नए एडमिशन हो रहे है, ना ही पहले से पढ़ रहे छात्रों की ट्यूशन, कोचिंग की फीस मिल रही है, इसके विपरीत संस्थानों का भवन किराया बिजली के बिल देने का बोझ बढ़ गया है, इसके अलावा अपने कर्मचारियों को दैनिक जीवन सुनिश्चित करने के लिए वेतन का भुगतान करना पड़ रहा है, स्थिति चिंताजनक है, कई जगहों पर शिक्षकों ने आत्महत्या करली है, सरकार ने अभी तक शिक्षाक्षेत्र को कोई राहत, पैकेज या सहायता नहीं की है, जबकि दूसरे सभी क्षेत्रों को राहत दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कोचिंग, ट्यूशन, कम्प्यूटर, प्रशिक्षण संस्थान संचालकों की आर्थिक व मानसिकपरेशानी को देखते हुए कोचिंग संस्थानों को उचित कोविड प्रोटोकॉल के तहत खुलवाने की पहल करें, जिससे शिक्षकों की आजीविका पटरी पर आ सकें एवं छात्र मानसिक तनाव से बाहर निकले एवं भविष्य निर्माण सुनिश्चित हो साथ ही कोविड अवधि के इन संस्थाओं के परिसर के बिजली बिल माफ किए जाएं व कोचिंग संचालकों को व प्राइवेट शिक्षकों को 5लाख तक का बिना ब्याज आसान बैंकऋण प्रदान किया जाए ज्ञापन पर जिलाध्यक्ष प्रशिक्षण प्रकोष्ठ राजवीर परमार, जिलाध्यक्ष व्यापार मंडल सुमित अग्रवाल, राजेश यादव, राहुल नायक, जाकिर खान, नितिन सोनी, विकास सोनी, प्रवीण कुमार, रोशन, विजय कुमार, कार्तिक, कमलेश कुमार, विनोद, दीपक जैन, ब्रजेश ताम्रकार, विशाल राठौर, भोले सोनी, मनीष सोनी, सचिन नामदेव, निहाल सेन, सुरेंद्र यादव, करीम पप्पू राइन, सफीक बाबा, राजेन्द्र ताम्रकार, आनंद सोनी आदि के दस्तखत है।

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