भवन निर्माण के बाद नहीं दी तय धनराशि

ठेकेदार ने भवन स्वामी पर लगाया था मारपीट, गाली-गलौज का आरोप
ललितपुर। उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में दो दिन पूर्व एक ठेकेदार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों को उसके मोबाइल में एक वीडियो मिला हैं। जिसे आत्महत्या करने से पहले बनाया गया है। वीडियो में ठेकेदार अपनी आपबीती को बयां कर रहा है। उसने आरोप लगाया है कि दो लोगों ने ठेका देकर उससे मकान का निर्माण करा लिया। लेकिन जब पैसे मांगे तो दंबगों ने अपने साथी के साथ मिलकर उसकी मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इससे आहत होकर ठेकेदार ने आत्महत्या कर ली। ठेकेदार के भाई ने कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया हैं। दबंगों ने की थी ठेकेदार की पिटाई कोतवाली सदर अंतर्गत मोहल्ला जुगपुरा निवासी ठेकेदार विनोद झा ने शुक्रवार को नेहरू नगर में एक युवक के बाड़े में जाकर कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। ठेकेदार के भाई मनोज झा ने बताया कि उसका भाई विनोद ठेके पर मकान निर्माण का कार्य करता था। दो दिन पूर्व भाई द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। विनोद के मोबाइल को खोलकर देखा गया। उसमें एक वीडियो मिला है। जिसे उसने आत्महत्या करने से पहले बनाया था। उसने बताया कि किस प्रकार दो लोगों ने उससे मकान का निर्माण कार्य करा लिया और पैसे मांगने पर उसके साथ अपने साथी के साथ मिलकर मारपीट की और धमकी दी। ठेकेदार बोला- मुझे मारने वाले लोग कभी सुखी नहीं रहने चाहिए वीडियो में विनोद झा को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि मोहल्ला नेहरू नगर निवासी विनोद गडरिया, सोनू कुशवाहा, सोनू के पिता कमल कुशवाहा ने पैसे मांगने पर उसे जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने मुझें मारा। मैंने किसी से कुछ नहीं कहा कि मेरे साथ इन लोगों ने क्या बदतमीजी की, लेकिन उन्होंने रहम नहीं किया। मुझे सोनू कुशवाहा से 1 लाख 60 हजार रुपए व विनोद गडरिया से 1 लाख 35 हजार रुपए चाहिए है। ये लोग जान से मारने की धमकी देकर मुझे पैसे न देने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे मजबूरी में आत्महत्या करनी पड़ी। भारत सरकार से की कार्रवाई की मांग मैं क्या करू, मेरा भी परिवार है। आज कम से कम 15 दिनों से घुट-घुट कर जीवन जीने व्यतीत कर रहा था। यह लोग बहुत दबंग हैं। विनोद की मां बीएसएनएल विभाग में नौकरी करती हैं ,उसे 70 हजार रुपए मिलते हैं। सोनू कुशवाहा के पिता रेलवे में नौकरी करते हैं। उन्हें लगभग 65 हजार रुपए मिलते हैं। ये लोग बोल रहे थे कि आदमी को मारने में एक लाख रुपए खर्च होता हैं। सब पंचायत निपट जाती है। दो लाख रुपए खर्च करने पर कोई दिक्कत नहीं होती है और आदमी अपने घर पर रहता है। मुझे क्या पता कि ये लोग जान से मार देते है ऐसा भी कर लेते हैं। मैं घबरा गया और यह कदम उठा लिया। मेरा तो परिवार बर्बाद हो गया लेकिन ये लोग कभी सुखी नहीं रहने चाहिए। मैं भारत सरकार से हाथ जोडक़र यही रिक्वेट करता हूं। जय हिंद जय भारत। एसपी बोले- दर्ज होगी एफआईआर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि युवक द्वारा आत्महत्या की गई हैं। परिजनों द्वारा तहरीर देने पर तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी।

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