साहित्यकारों, क्रान्तिकारियों और कलाकारों की स्मृति में पौधारोपण

लोक प्रकृति संचेतना अभियान के तहत लगाये 108 पौधे लखनऊ। लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा संचालित लोक प्रकृति संचेतना अभियान के तहत साहित्यकारों, क्रान्तिकारियों और कलाकारों की स्मृति में पौधे लगाये गये। गुरुवार को लोक संस्कृति शोध संस्थान, कृष्णप्रताप विद्याविन्दु लोकहित न्यास, शिवानन्द विद्या किरन संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में दुबग्गा स्थित बरावन कला में सरस्वती बाल विद्यालय के निकट हुए कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय नागरिक व नगर निगम कर्मियों की उपस्थिति में छायादार व फलदार पौधे रोपे गये। वरिष्ठ साहित्यकार डा. विद्याविन्दु सिंह के मार्गदर्शन में हुए पौधारोपण कार्यक्रम में सूर, तुलसी, कबीर, प्रसाद, पन्त, निराला, महादेवी के साथ ही अमृतलाल नागर, भगवतीचरण वर्मा, यशपाल, गौरा पन्त शिवानी, शिवमंगल सिंह सुमन, पंडित श्रीनारायण चतुर्वेदी, लक्ष्मीशंकर मिश्र निशंक, श्रीलाल शुक्ल, भवानीशंकर शुक्ल, विनोद चन्द्र पांडेय विनोद, अवतार सिंह पवाार, योगेन्द्र नाथ योगी, शिव सिंह सरोज, भइया जी, पद्मश्री डा. एस.सी.राय, डा. दाऊजी गुप्ता, पद्मश्री योगेश प्रवीन, वाहिद अली वाहिद, काकोरी काण्ड के क्रान्तिकारी रामकृष्ण खत्री, आजाद हिन्द फौज के कैप्टन राम सिंह, आकाशवाणी के पूर्व निदेशक मदनमोहन सिन्हा मनुज, लोक गायिका आरती पाण्डेय, अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डा. वाई.पी.सिंह, पूर्व विधायक डी.पी. बोरा, विधायक सुरेश श्रीवास्तव समेत अन्य साहित्यकार, क्रान्तिकारी, कलाकार व समाजसेवियों की स्मृति में पीपल, नीम, बरगद, पाकड़, आम, अमरूद, आंवला, जामुन, नींबू आदि के पौधे लगाये गये। लोक प्रकृति संचेतना अभियान की संयोजक श्रीमती सुमन पांडा के जन्मदिवस के अवसर पर हुए पौधारोपण अनुष्ठान में संयुक्त कृषि निदेशक डाॅ. सत्येन्द्र कुमार सिंह, महामाया राजकीय महाविद्यालय महोना की प्राचार्य डाॅ. भारती सिंह, कवयित्री इन्द्रासन सिंह ‘इन्दु’, लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी, समाजसेवी रेखा अग्रवाल, अविनाश पाण्डेय, गौरव गुप्ता, डाॅ. एस.के.गोपाल, कौस्तुभ द्विवेदी, आनन्द यादव, नितेश सिंह, मनोज, सरस्वती बाल विद्यालय की प्रधानाचार्य किरन देवी आदि सम्मिलित रहे। लोक प्रकृति संचेतना अभियान की संयोजक श्रीमती सुमन पाण्डा ने बताया कि पौधारोपण के कार्यक्रम निरन्तर चलता रहेगा। पौधों की देखभाल व सुरक्षा की जिम्मेदारी तय की जायेगी तथा जनसामान्य को जागरूक करने के उद्देश्य से फलदार व औषधीय पौधे लगाने की अपील के साथ प्रकृति के संग चलने को प्रेरित किया जायेगा। लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी ने बताया कि स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में क्रान्तिकारियों की स्मृति में 75-75 पौधे लगाये जायेंगे।

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