डा0 नवनीत सहगल की अध्यक्षता में उद्यमिता विकास संस्थान के संचालक मण्डल की 66 वीं बैठक सम्पन्न

लखनऊः दिनांकः 08 जुलाई, 2021 अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल की अध्यक्षता में आयोजित उद्यमिता विकास संस्थान के संचालक मण्डल की 66 वीं बैठक में संस्थान के निदेशक श्री देवेन्द्र पाल सिंह का कार्यकाल आगामी दो वर्षों तक बढ़ाये जाने के प्रस्ताव पर संस्तुति प्रदान की गई। साथ ही उत्तर प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों के विश्वविद्यालयों व कालेजों में अध्ययनरत एमबीबीएस, बीडीएस एवं बी0एस0सी0 नर्सिंग छात्रों हेतु शिक्षण तथा अध्ययन को सरल बनाने के उद्देश्य से विशेष पैकेज संचालित करने पर निर्णय लिया गया। इसके अलावा संस्थान को आईएसओ 9001 सर्टिफिकेट प्राप्त कराने के प्रस्ताव पर भी सहमति प्रदान की गई। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि संस्थान में आगामी प्रोफेशनल गतिविधियों एवं निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु निदेशक के कार्यकाल का विस्तार किया जायेगा। जिससे संस्थान की गतिविधियां निर्बाध रूप से संचालित हो सकें। उन्होंने बताया कि एमबीबीएस, बीडीएस एवं बी0एस0सी0 नर्सिंग छात्रों हेतु शिक्षण व अध्ययन को सरल बनाने के लिए एक विशेष पैकेज तैयार किये जाने की योजना है, जिसमें लेक्चर के अतिरिक्त एनीमेशन, लाइन डाईग्राम, चित्रण, वीडियो आदि विधियों के माध्यम से छात्र स्वयं इंटरैक्वि ढंग से सीख सकेंगे। यह पैकेज राष्ट्रीय नियंताओं द्वारा निर्धारित किये गये पाठ्यक्रम पर ही आधारित होगा। इसमें स्किल डेवलपमेंट, बेडसाइड क्लीनिक, प्रारंभिक नैदानिक जोखिम मॉड्यूल आदि सम्मिलित होंगे। उन्होंने बताया कि इससे सीखने के परिणाम में सुधार के साथ-साथ उत्पादकर्ता एवं प्रभावशीलता में वृद्धि होगी। डा0 सहगल ने बताया कि आईएसओ 9001 प्रमाण-पत्र प्राप्त होने पर संस्थान की प्रक्रियाओं और तौर तरीकों को मानकीकरण में सहयता होगी और प्रायोजक संस्थाओं तथा स्टेक होल्डर्स के समक्ष प्रोफेशनल छवि प्रस्तुत की जा सकेगी। इसके लिए एक विशेषज्ञ संस्था को मानदेय के आधार पर अनुबंधित भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि संस्थान में बी फार्मा एवं डी फार्मा कोर्सेज चलाये जाने की अनुमति पहले ही दी चुकी है। कोविड-19 महामारी दौर में दवाओं की उपलब्ध सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इन्हीं कोर्सेज की प्रयोगशालाओं एवं उपकरणों का प्रयोग करके मेडिसिन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चलाये जाने की भी अनुमति प्रदान कर दी गई है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि संस्थान द्वारा लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड (एलएससीएल) के साथ मिलकर रोजगार एवं स्वरोजगार परक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसके लिए एलएससीएल के साथ एम0ओ0यू0 भी किया गया है। इसके तहत उद्योगों एवं विभागों की आवश्यकता के अनुरूप कुशल मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ा जायेगा। लोकभवन में आयोजित बैठक में संचालक मण्डल के सदस्य मौजूद थे।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,