ऑक्सीजन फॉर इण्डिया” मुहिम के तहत अब तक 60 ऑक्सीजन कनसंट्रेटर का किया गया वितरण

* 20 जुलाई, 2021, वाराणसी | *“ऑक्सीजन फॉर इण्डिया”* मुहिम के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतपुर, चिरईगांव,वाराणसी के अधीक्षक को दो ऑक्सीजन कनसंट्रेटर *मानवाधिकार जननिगरानी समिति/जनमित्र न्यास* के गवर्निंग बोर्ड सदस्य *डॉ0 मोहम्मद आरिफ,* निदेशक *डा0 लेनिन रघुवंशी* और मैनेजिंग ट्रस्टी *श्रुति नागवंशी* द्वारा दिया गया | इसके पहले इसी मुहिम के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरहुआ, चिरईगांव, काशी विद्यापीठ और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर, काशी विद्यापीठ, APHC नेवाडा, बडागांव वाराणसी सहित सोनभद्र और चंदौली के विभिन्न सरकारी एवं चैरिटेबल अस्पताल में वितरित किया जा चुका है | *इंडो–जर्मन सोसाइटी रेमसाइड, जर्मनी* (Indo-German Society of Remschied, Germany) की अध्यक्षा *सुश्री हेलमा रिचा* और उनके दोस्तों के सहयोग से *“ऑक्सीजन फॉर इण्डिया”* मुहिम के तहत ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर के लिए फंड इकट्ठा किया गया, साथ ही इस मुहिम से जुड़ते हुए न्यूजीलैंड एम्बेसी ने भी भारत की संस्था जनमित्र न्यास/मानवाधिकार जननिगरानी समिति के संयुक्त तत्वाधान में मिलकर 60 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर वाराणसी जिले के विभिन्न ब्लाको के सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित अन्य चिकित्सकीय संस्थानों में वितरण किया जो चिकित्सकीय संस्थान विगत कई वर्षो से जनता के लिए कार्य कर रहे है | इस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को कोरोना की तीसरी लहर के आने वाले खतरे को देखते हुए ऐसे सरकारी व अन्य स्वास्थ्य संस्थानों को दिया गया जहाँ डाक्टरों द्वारा इसका प्रयोग कुशलता से आवश्यकता पड़ने पर किया जा सके और मरीज को बचाया जा सके | बताते चले कि “ऑक्सीजन फॉर इण्डिया” मुहिम की शुरुआत हेलमा रिचा द्वारा डा0 लेनिन रघुवंशी को कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने पर ऑक्सीजन नही मिलने की खबर सुनने के बाद भारत में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए किया गया |इसके अतिरिक्त संस्था की पहल पर चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राई) ने भी Give India organization के सहयोग से वाराणसी के मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पर डा0 बी0 बी0 सिंह को 41 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दिया गया है | जिसे वाराणसी जिले के सभी ब्लाको के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सामुदायिक केन्द्रों पर कोविड संक्रमण के आगामी खतरे से बचाव के लिए उपयोग करने हेतु प्रदान किया गया है |

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,