अघोषित आपातकाल के जबड़े में फंस गया है देश- रामगोविंद चौधरी

लोकतन्त्र और स्वराज की रक्षा के लिए दीजिए भारत समाचार टीवी का साथ, डरी सरकार कर रही है छापा डालकर डराने की कोशिश - नेता प्रतिपक्ष
लखनऊ। नेता प्रतिपक्ष, उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि अच्छे दिन के नाम पर यह महान देश अघोषित आपातकाल के जबड़े में फंस गया है। इसकी मुक्ति के लिए भारत समाचार टीवी और दैनिक भास्कर पर सरकारी हमले का विरोध कीजिए और इनका साथ दीजिए। शुक्रवार को मिलने आए साथियों से नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि भारत समाचार टीवी के प्रधान सम्पादक ब्रजेश मिश्रा, कार्यकारी सम्पादक वीरेन्द्र सिंह और दैनिक भास्कर अखबार पर इनकमटैक्स का छापा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। अपने पापों से डरी हुई मोदी और योगी सरकार इन छापों के माध्यम से अपना अपना पाप छुपाने की कोशिश कर रही है। इससे डरने की जरूरत नहीं है। इससे टकराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी आपातकाल लगाकर देश की जनभावना को दबाने की विफल कोशिश हुई थी। इस बार अघोषित आपातकाल के माध्यम से यह कोशिश हो रही है। यह कोशिश भी सफल नहीं होगी। नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से तड़प तड़प कर मरने वालों की चीख सुनकर पूरा देश रो पड़ा था। नदियों के तट लाशों से पट गए थे। भारत सरकार ने इसे लेकर एक प्रश्न के जवाब में लोकसभा में कहा है कि ऑक्सीजन की कमीं से देश में कोई नहीं मरा है। उसका आधार उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भेजा गया झूठ है। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार चाहती है कि मीडिया भी उसके इस झूठ को ही जनता के बीच सच के रुप में परोसे। बहुत से मीडिया हाउस परोस भी रहे हैं लेकिन जो नहीं परोस रहे हैं, जो ऑक्सीजन के अभाव में हुई मौतों के मामलों में सच बोल रहे हैं, वह भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के निशाने पर हैं। नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि पेगासस सॉफ्टवेयर के माध्यम से विपक्ष के प्रमुख नेताओं, मुख्य न्यायाधीश और पत्रकारों का फोन टेप कर की गई जासूसी के मामले भी यही स्थिति है। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार चाहती है कि इसे लेकर सभी मीडिया हाउस सरकार की अपराधिक साजिश का साथ दें। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी स्तर पर अब दो राय नहीं है कि फोन टेप कर जासूसी की गई है। इस साफ्टवेयर को बनाने वाले देश ने बता दिया है कि वह यह साफ्टवेयर केवल सरकार को बेचता है। इसलिए यह भी तय है कि इस मामले में सरकार दोषी है। अब जांच का विषय यह है कि इस जासूसी के बल पर सरकार ने किसे किसे किस स्तर पर ब्लैकमेल किया और कौन कौन सा पाप कराया। उन्होंने कहा कि फोन जासूसी के इस स्पष्ट मामले भी भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार चाहती है कि मीडिया उनके पाप पर परदा डाले और उन दो जासूसों से इस मामले को नहीं जोड़े जो पूर्व में भी गुजरात में इस तरह की जासूसी कर चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि आप सभी लोग एक सप्ताह के समाचारों पर नज़र डालें तो लगेगा कि भारत समाचार टीवी और दैनिक भास्कर ने इन दोनों मामलों में सरकारों के दबाव को नहीं माना। जनता के समक्ष वही परोसा जो सच था। उन्होंने कहा है कि इसी वजह से इन दोनों मीडिया संस्थानों को डराने के लिए भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की देखरेख में इनकमटैक्स की रेड पड़ी है। यह कार्रवाई लोकतन्त्र के खिलाफ है, स्वराज की भावना के खिलाफ है, इसलिए इस कार्रवाई को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करना है। ऐसे निष्पक्ष पत्रकारों और मीडिया का साथ देना है। नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि यह लोकतन्त्र और स्वराज हम लोगों को भारी कुर्बानी के बाद मिला है। इस लोकतन्त्र और स्वराज की रक्षा के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव के नेतृत्व में हम लोग बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने को तैयार हैं। हम समाजवादी सरकार के जुल्म से डरने वाले नहीं हैं। इस भावना के साथ हम लोग निष्पक्ष मीडिया के साथ मजबूती से खड़े हैं। भारत समाचार टीवी के बहादुर प्रधान सम्पादक ब्रजेश मिश्रा और कार्यकारी सम्पादक वीरेन्द्र सिंह के साथ तो किसी स्तर तक। नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और उत्पीड़न की वजह से भाजपा की सरकारें लोगों का विश्वास पहले ही खो चुकी हैं। इधर वोट के लिए हुए सरेआम चीरहरण, राफेल में दलाली और फोन जासूसी प्रकरण के बाद लोग भाजपा सरकारों से जल्द जल्द मुक्ति चाह रहे हैं। इसका ज्ञान राफेल की दलाली खाने वालों और वोट लूटने वालों को भी हो गया है। इसलिए इन सरकारों ने देश में अघोषित आपातकाल कायम कर रखा है। उन्होंने कहा है कि जो भी टीवी और अखबार लोगों की भावना को उजागर कर रहे हैं, सच बोल रहे हैं, इस अघोषित आपातकाल को नजरअंदाज कर रहे हैं, भाजपा की सरकारें उन्हें मिटा देने पर आमादा हैं। समाजवादी पार्टी भाजपा की इस कुत्सित कोशिश को किसी कीमत पर सफल नहीं होने देगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल ने आज महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल जी से मिलकर भाजपा सरकार द्वारा बदले की भावना से विपक्षी विशेषकर समाजवादियों का उत्पीड़न किए जाने, बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति तथा पंचायत चुनावों में जनादेश के साथ खिलवाड़ किए जाने के सम्बंध में ज्ञापन सौंपा। समाजवादी प्रतिनिधिमण्डल में श्री रामगोविन्द चौधरी नेता विरोधी दल विधानसभा उत्तर प्रदेश, श्री अहमद हसन नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद उत्तर प्रदेश तथा श्री राजेन्द्र चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं राष्ट्रीय सचिव समाजवादी पार्टी शामिल थे। ज्ञापन में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री एवं वर्तमान में सांसद मोहम्मद आज़म खां के खराब स्वास्थ्य के बावजूद उन्हें सीतापुर जेल में रखकर प्रताड़ित किए जाने, त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में धांधली कर ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष के पदो पर छल-बल से कब्जा करने, महिलाओं को अपमानित किए जाने तथा आजमगढ़ के पलिया गांव में ग्राम प्रधान मुन्ना पासवान के परिवार के साथ पुलिस दुव्यर्वहार की ओर राज्य पाल जी का ध्यान आकृष्ट किया गया है। राज्यपाल जी को दिए गए ज्ञापन में प्रेस की आजादी पर खतरे की आशंका जताते हुए भारत समाचार न्यूज चैनल तथा दैनिक भास्कर समाचार पत्र के खिलाफ छापे की कार्रवाई की निंदा करते हुए सौंपे गए ज्ञापन पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही करने का आग्रह किया है।

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