राज्यपाल ने झाँसी में हरिशंकरी का पौधा रोपित किया

------ भारतीय संस्कृति में वृक्ष अत्यन्त पूजनीय- श्रीमती आनंदीबेन पटेल
लखनऊः 4 जून 2021 उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज वन महोत्सव के अवसर पर आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में झाँसी के निकट सिमरधा डैम में सहभागिता करते हुए हरिशंकरी का पौधा रोपित कर वन महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मेरे लिये यह अत्यन्त प्रसन्नता की बात है कि आज मुझे वन महोत्सव सप्ताह के अवसर पर ऐतिहासिक नगरी झांसी की पहूंज नदी पर स्थित सिमरधा डैम के पास वृक्षारोपण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि झांसी के लिए पहुंज नदी एवं सिमरधा डैम सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। नदी पर बना हुआ सिमरधा डैम जलापूर्ति का मुख्य स्रोत है तथा इस डैम से निकली विभिन्न नहरों से लगभग 30 गावों में सिंचाई की जाती है। पर्यटन की दृष्टि से भी यहां का वातावरण बहुत मनोरम है। दूसरी ओर पहाड़ी पर स्थित विश्व विख्यात हाॅकी के जादूगर ध्यानचन्द्र जी की विशाल प्रतिमा हमारे युवाओं को प्रेरित करती है। यहां आकर ध्यानचन्द्र को श्रद्धांजलि अर्पित करना मैं अपना कर्तव्य समझती हूँ। ध्यानचंद जी ने 3 ओलम्पिक ख्ेालों में देश का प्रतिनिधित्व किया तथा तीनों बार देश को स्वर्ण पदक दिलाया। राज्यपाल जी ने कहा कि वन महोत्सव प्रकृति के उपकारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। हमारी समृद्ध संस्कृति व परम्परा में पेड़-पौधों को विशिष्ट स्थान प्राप्त है। भारतीय संस्कृति में वृक्षों को अत्यन्त पूजनीय माना जाता है। पीपल वनस्पति जगत में सर्वश्रेष्ठ है। नीम, आंवला, बरगद आदि वृक्ष औषधीय गुणों का भण्डार होने के साथ-साथ मानव सेहत को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आज 4 जुलाई को 25 करोड़ पौधे एक दिन में ही लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रदेश सरकार का इतना बड़ा लक्ष्य आप सभी के सहयोग से ही पूर्ण किया जा सकता है। उन्होंने प्रदेश को हरा-भरा बनाने एवं विकास पथ पर अग्रसर रखने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों के लिए प्रदेश सरकार की तारीफ की। राज्यपाल जी ने सुझाव दिया कि पौधा रोपण में ऐसी वृक्ष प्रजातियों का चयन किया जाना चाहिए जो विकसित होने पर अपनी सघन छाया, औषधीय गुणों और फल-फूलों से मानवता की सहायक साबित हों। उन्होंने कहा कि हमारे पर्यावरणविदों का मानना है कि महामारी कोरोना (कोविड-19) का संक्रमण इंसान द्वारा प्रकृति से की गई छेड़छाड़ का ही नतीजा है। पूरे विश्व में कोरोना संक्रमण से मानव जीवन पूरी तरह प्रभावित रहा है। इसलिये प्राकृतिक संसाधनों का हमें उतना ही उपयोग करना चाहिए जितना आवश्यक हो, ज्यादा दोहन या प्रकृति के साथ ज्यादा छेड़छाड़ विनाश का कारण बनती है। राज्यपाल जी ने अपील की कि प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग, प्रकृति प्रेमी जीवन शैली, नदियों को प्रदूषण मुक्त करने में अपना सक्रिय योगदान दें। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण जन आंदोलन 2021 के अंतर्गत वन महोत्सव के कार्यक्रम में राज्यपाल जी ने मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री कुसुम योजना, एक जनपद एक उत्पाद योजना, स्वामित्व योजना, कन्या विवाह योजना तथा कृषि सिंचाई योजना के लाभार्थियों को लाभान्वित किया। इसके साथ ही साथ नवसृजन महिला स्वयं सहायता समूह तथा अमृत माटी महिला स्वयं सहायता समूह को पौधारोपण हेतु पौधे वितरित किए। राज्यपाल जी ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा योजनाओं को प्रदर्शित करती हुई स्टालों का निरीक्षण किया। वन विभाग, कृषक उत्पादक संगठन, ओडीओपी, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर, श्रम विभाग, एनआरएलएम आदि विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का निरीक्षण किया एवं उत्पादों को देखते हुए अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। राज्यपाल जी ने वन महोत्सव कार्यक्रम के उपरांत सार्वजनिक शिक्षा उन्नयन संस्थान, वृद्धा आश्रम सिद्धेश्वर नगर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मैं आपकी बेटी के रूप में आई हूं, आप माता-पिता के समान है। जब भी कोई आवश्यकता हो तत्काल मुझे सूचित करें, मैं व्यवस्था करूंगी। उन्होंने वहां रहने वाली वृद्धजनों से बातचीत की और उनकी कुशलक्षेम को जाना तथा राजभवन की ओर से वृद्धा आश्रम में उपहार दिए, जिसमें 02वाशिंग मशीन, 08 कूलर, 01 डीप फ्रीजर, 02 फ्रिज, 01 गैस चुल्हा बड़ा, 40 गद्दे, 80 बेडशीट व 40 तकिए सहित अन्य सामग्री शामिल है वृक्षारोपण जन-आंदोलन-2021 अंतर्गत वन महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर श्री मनोज सिंह अपर मुख्य सचिव वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश शासन ने बताया कि आज झांसी में पहुंच नदी के सिमरधा बांध पर 5 हेक्टेयर में 5 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है। इस अवसर पर वन महोत्सव कार्यक्रम में श्री मनोहर लाल पंथ (मन्नू कोरी) राज्य मंत्री श्रम एवं सेवायोजन, पवन गौतम जिला पंचायत अध्यक्ष, श्राम तीर्थ सिंघल महापौर नगर निगम, श्रवि शर्मा विधायक सदर, राजीव सिंह पारीछा विधायक बबीना, जवाहर सिंह राजपूत विधायक गरौठा, बिहारी लाल आर्य विधायक मऊरानीपुर, श्रीमती रमा निरंजन सदस्य विधान परिषद, सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक तथा अधिकारी मौजूद थे। -----------

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,