पेंशनर के खाते से उड़े करीब चालीस लाख रुपए, बैंक कर्मियों के भी शामिल होने की संभावना, सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने की भी मांग, कैंट थाने ने नहीं दर्ज की एफआईआर l

एफआईआर दर्ज न करना दुर्भाग्यपूर्ण: विजय पाण्डेय
लखनऊ, हाई कोर्ट के अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि सेना से सेवानिवृत जीत बहादुर सिंह ने बलवंत सिंह, सुशील कुमार तिवारी और सुनील कुमार यादव पर, उनके खाते से धोखाधड़ी से करीब चालीस लाख रुपए हडपने और बलवंत सिंह पर धोखा करके आधी जमीन अपनी पत्नी के नाम कराने का संगीन आरोप लगाते हुए थाना कैंट को एफआईआर दर्ज करने संबंधी प्रार्थना-पत्र दिया है l बैंक आफ इण्डिया की सदर शाखा को पत्र लिखकर पीड़ित ने सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने की भी मांग की है और उसने बैंक कर्मचारियों के मिले होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया है, क्योंकि वह इतनी बड़ी-बड़ी रकम निकालने गया ही नहीं है तो यह उसके खाते से कैसे निकल गई l उनका यह भी आरोप है कि कैंट थाने की थाना-इंचार्ज ने उनसे एक शिकायती प्रार्थना-पत्र लेकर आरोपी बलवंत सिंह से मोटी रकम ऐंठ ली, इसके बाद आरोपी बलवंत सिंह का हौंसला इतना बढ़ गया कि घर में अकेली बहू की इज्जत से खेलने का प्रयास किया, जिसकी एफ आई आर दर्ज करने की मांग भी उन्होंने की है l उन्होंने कहा कि यदि थाने ने आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही न की तो इसकी लिखित शिकायत पुलिस आयुक्य, मानवाधिकार आयोग और महिला आयोग से की जाएगी, पीड़ित परिवार ने हाईकोर्ट के अधिवक्ता विजय पाण्डेय से मिलकर सहयोग की मांग की है, जिस पर पाण्डेय ने आश्वस्त किया कि कानून के मुताविक जो भी संभव होगा वह मदद पीड़ित परिवार की करने की कोशिश की जाएगी, “अंतिम-आदमी” की पीड़ा को संज्ञान में लेकर इस पर कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए थी, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि उसकी सुनवाई नहीं की गई l

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