जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने आप सांसद के आरोपों को सिरे से नकारा



लखनऊ।  जल जीवन मिशन के अन्तर्गत के कार्य ई०पी०सी० (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेण्ट एण्ड पर कराये जा रहे हैं। कार्यों को कराने के लिये उच्च गुणवत्ता वाले वेण्डर्स यथा एल०एण्डटी० एन०सी०सी० इत्यादि वाटर सेक्टर की शीर्ष कम्पनियों का चयन ओपन कम्पटेटिव बिडिंग के माध्यम से किया गया है। यह बात प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डा महेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि  इन वेण्डर के माध्यम प्रदेश में सोलर बेस्ट पाइप स्कीम का निर्माण कराया जा रहा है। फर्म को अगले 10 वर्ष तक इन प्रोजेक्टस का रख-रखाव व संचालन भी करना है।

इत्यादि किसी भी सामग्री का टेण्डर न तो विभाग द्वारा किया जाता है न ही किसी का चयन विभाग द्वारा किया जाता है। चयनित Contractors द्वारा पाइप इत्यादि सामग्री जाती है। सामग्री की गुणवत्ता की जाँच टी०पी०आई० द्वारा करायी जाती है। सभी वेण्डर्स निर्देश दिये गये है कि उच्च गुणवत्ता की सामग्री क्रय करें। Black Listed कम्पनियों से कयन करें और वांछित सभी प्रकार के तकनीकी निरीक्षण कराना सुनिश्चित करें। इन सभी का अनुपालन टी०पी०आई० के माध्यम से किया जाता है।

इस प्रकार से यह आरोप पूर्णतः मिथ्या है कि विभाग द्वारा किसी फर्म को पाइप आपूर्ति के निर्गत किये गये है क्योंकि कार्य ई०पी०सी० मोड पर होने के कारण गुणवत्ता परख सामग्री का चयनित Contractors की जिम्मेदारी है, जिसको अगले 10 वर्ष तक स्कीम का रख-रखाव व भी करना है।

जहाँ तक माननीय सांसद जी द्वारा रश्मि मैटालिक लिमिटेड को विभिन्न राज्यों से Black list किये जाने का आरोप लगाया गया है, वो सम्भवतः अधूरे / अपर्याप्त अभिलेखों की के कारण अज्ञानतावश लगाया गया है। श्री सिंह ने दस्तावेज और प्रमाणों के आधार पर स्पष्ट किया कि प्रदेश में पारदर्शिता के साथ कार्य किया जायेगा। झांसी के अपर जिलाधिकारी के पत्र को संज्ञान लेते हुए कमेटी गठित कर दी गई है जो पाइपों की गुणवत्ता की जांच करेगी। प्रेस वार्ता में जल जीवन मिशन के वरिष्ठ अधिकारी के अलावा सूचना निदेशक शिशिर सिंह भी मौजूद थे। 


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