आगरा हवाई अड्डे की गाथा




आगरा मंडल के लोगों को आज गर्व करने का दिवस है क्योंकि दुश्मनों के दांत खट्टे करने में आगरा का सैन्य हवाई अड्डा की एक बहुत बड़ी भूमिका है देश की सेना में वायु सेना का बहुत  महत्वपूर्ण अंग है .
आज गर्व का दिवस इसलिए है क्योंकि आज 15 अगस्त को आगरा एयर फोर्स का स्थापना दिवस है आगरा सैन्य हवाई अड्डा  वायु सेना के लिए उन चार महत्वपूर्ण सेना हवाई अड्डों में से एक है जो हमेशा देश की रक्षा के लिए अपना योगदान देता है.83 वाँ स्थापना दिवस .

आगरा सैन्य हवाई अड्डा 1938 के आसपास बनाया गया था टाटा के द्वारा रखरखाव किया जाता था ।आज भी पत्थर भी उपलब्ध होगा आगरा सैन्य हवाई अड्डे के एक गेट का नाम ही टाटा गेट के नाम से रखा गया है शुरू में टाटा द्वारा आगरा मुंबई कराची ,कराची मुंबई आगरा डाक सेवा  की जाती थी काफी समय तक रेलवे लाइन और पेट्रोलियम की सप्लाई सीधे सैन्य  हवाई अड्डे तक उपलब्ध थी.
आगरा का सैन्य  हवाई अड्डा  इंडियन एयर फोर्स का और एशिया में सबसे बड़ा एयर वेस है ।इसमें ढाई सौ ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट 6000 से ज्यादा कर्मचारी तैनात हैं इस सैन्य हवाई अड्डा ने एयर मार्शल तक दिए हैं जिन्होंने देश की सुरक्षा में अपना बड़ा महत्वपूर्ण योगदान दिया है .
आगरा सैन्य हवाई अड्डे का सेकंड वर्ल्ड वॉर के टाइम में एयरड्राप नाम था ।हालाँकि सेकंड वर्ल्ड वॉर खत्म होने के बाद रॉयल इंडियन फोर्स ने इसका इस्तेमाल करना बंद कर दिया था.
आगरा का सैन्य हवाई अड्डा सेकंड वर्ल्ड वॉर में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अपनाई थी ।यह एयरवेस  स्टैटिकल कार्य करता हैं .देश का पहला पैराट्रेनिंग सेंटर के लिए की गई थी । वर्ष 1942 में जापान से लड़ने के लिए अमेरिका विमान इस एयरबेस को सप्लाई और मेंटेनेंस के लिए इस्तेमाल करता था आज भी यह एयरवेज स्टैटिकल ,फ्यूल सप्लाई व मेंटेनेंस का महत्वपूर्ण  काम करता है.

आगरा सैन्य हवाई अड्डा देश की पैरा ड्रॉपिंग सिखाने के लिए देश भर में जाना जाता है आज इसी आज आगरा एयर फोर्स जहाज में पैट्रोल सप्लाई करने का महत्वपूर्ण काम करता है अब आसमान में ही उसे फ्यूल दे दिया जाता है जमीन पर आने की आवश्यकता को ख़त्म किया व  हवाई अड्डा आसमान में पूर्ति करता है.

देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु जी ने देश के चार इंटरनेशनल लेवल क़े एयर फोर्स स्थापना कराई थी इसमें आगरा का एयरवेस  चौथी विंग के रूप वर्ष 1948 में सरदार बलदेव सिंह तत्कालीन रक्षा मंत्री शिलान्यास किया था ।इसी वर्ष रॉयल वायु सेना से भारतीय वायु सेना नाम हुआ ।इसके बाद यहां पर डेवलपमेंट का काम शुरू हुआ .और आज यह एशिया का सबसे विशाल एयरवेस बन चुका है.

आगरा वायु सैन्य स्थल में एक सिनेमाघर है जो ब्लू बर्ड के नाम से जाना जाता है साथी एक संग्रहालय है जिसमें देश भर के सैन्य हीरो व उपकरणों की तस्वीरें देखने को मिल सकती है.
 वर्ष 1971 में जब पाकिस्तान में से युद्ध के दौरान उसके विमानों ने आगरा में बमबारी की थी और एक हवाई पट्टी को क्षतिग्रस्त कर दिया था उसी समय आगरा के ठेकेदार मिस्टर जीएस मग्गो के पिताजी जी ने रात की रात उस हवाई पट्टी को ना केवल दुरुस्त किया बल्कि हवाई जहाज उड़ा कर और वहां के मौजूद एंटी एयरक्राफ्ट गन ने लगातार फायर करके पाक विमानों को वहां से भागने पर मजबूर कर दिया था इन्हीं मग्गो साहब की पिताजी ने आगराहवाई अड्डे में के निर्माण में शुरू से योगदान दिया है
आज भी मिस्टर जी एस मग्गो प्रत्यक्षदर्शी उस रात के अपने अनुभव बताते हैं कि किस तरीके से पट्टी क्षतिग्रस्त हुई और किस तरीके से उन लोगों ने उसको मेहनत से बनाया आगरा का अर्जुन नगर का जो गुरुद्वारा है वह भी यहां के एयर कमोडोर मिस्टर जहांगीर जी के हाथ से रखा हुआ उन्हीं के कहने पर मिस्टर मग्गो के परिवार ने तीन कमरे से एयर फोर्स स्कूल की शुरुआत कराई थी जो आज एक नामी स्कूल की श्रेणी में आता है.
आगरा हवाई अड्डे की गाथाओं की फेहरिस्त है लेकिन सभी गाथाओं को यहां पर देने से अनेक सुरक्षा दृष्टिकोण से उचित नहीं होगा साथी प्रमाणिक तौर पर प्रमाण के साथ देना ही उचित रहता है आने वाले दिनों में सेना हवाई अड्डे पर खतरों को देखते हुए आगरा हवाई अड्डा एक्सप्रेस वे को भी लड़ाकू विमानों के उतरने लायक बनाने की कोशिश कर रहा है यदि किसी वजह से युद्ध के दौरान रनवे बंद हो जाएं तो ऐसी स्थिति में आगरा एक्सप्रेस वे पर उतारा जा सके ताकि इसमें फ्यूल और हथियार फिर से लोड किए जा सकें जैसा ऊपर बताया है आगरा एकमात्र देश का पैरा ट्रेनिंग सेंटर है

आगरा का  हवाई अड्डा इसका ICAO कोड है VIAG और IATA कोड है AGR। यह एक सैन्य हवाई अड्डा है। इसकी प्राणी यांत्रिक नहीं है इसकी उड़ान पट्टी की लंबाई 9000 फीट है.
आगरा  हवाई अड्डा आसमान में दुश्मनों के ऊपर नजर रखने वाला सैन्य  हवाई अड्डा है यहां विमान पर अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल (अवॉक्‍स) भी तैनात हैं।इसकी खासियत है यह आसमान में 400 किलोमीटर दूर तक की गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं पाकिस्तान हो या चीन भारत में रहकर ही इनकी हवाई निगरानी की जा रही है।आगरा एयरबेस पर आईएल-76, एएन-32, सी-17, सी-124 जहाजों का बेड़ा है।
देश की सुरक्षा में योगदान देने वाले आगरा से हवाई अड्डे की स्थापना दिवस की सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं और बधाई और आशा नहीं पूर्ण विश्वास है कि यह हमेशा हमारे देश की रक्षा के लिए तत्पर रहेंगे इन सभी सैनिकों को 75 वाँ स्वतंत्रता दिवस दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं व बधाई
राजीव गुप्ता जनस्नेही

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