पेयजल एवं सिंचाई की संभावित समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने जेपीसी
जाखलौन से बांध भरने के दिए निर्देश
ललितपुर। जिलाधिकारी अन्नावि दिनेशकुमार ने राजघाट बांध से निकली हुई जाखलौन पम्प मुख्य नहर का निरीक्षण किया। इस अवसर पर बताया गया कि गोविन्द सागर बांध, जो वर्तमान में अपनी पूर्ण क्षमता का 78 भरा हुआ है, तथा 22 प्रतिशत खाली है। इस बांध से सम्पूर्ण शहर एवं रेलवे हेतु पेयजल की आपूर्ति की जाती है तथा इससे निष्कासित नहरों के द्वारा सिंचाई हेतु कृषकों को जल भी उपलब्ध कराया जाता है। वर्तमान में मानसून को दृष्टिगत रखते हुए गोविन्द सागर बांध का पूर्ण क्षमता से भर पाना सम्भव प्रतीत नहीं हो रहा है। बांध के कम जल भराव की स्थिति के कारण पेयजल संकट उत्पन्न होने की संभावना के दृष्टिगत जिलाधिकारी महोदय ने कार्यालय ज्ञाप जारी करते हुए आदेश दिये हैं कि पेयजल की समस्या को दूर करने हेतु राजघाट बांध से निकली हुई जाखलौन पम्प मुख्य नहर के कि0मी0 22.00 से स्कैप के माध्यम से गोविन्द सागर बांध को भरा जाये। इसके साथ ही उन्होंने अधिशासी अभियंता, सिंचाई निर्माण खण्ड-प्रथम, ललितपुर को निर्देश दिये कि मुख्य पम्प नहर आज ही निरीक्षण कर नहर को संचालन कराये जाने के निर्देश दिये तथा यह भी कहा कि सुनिश्चित करें कि रोस्टर के अनुसार नहर के संचालन एवं नहर के स्कैपिंग के कार्य कराये जाने में कोई असुविधा उत्पन्न न हो। अधिशासी अभियन्ता, राजघाट निर्माण खण्ड ललितपुर निर्देश दिये कि स्कैप पानी पहुंचाने हेतु आवश्य कार्य आज ही पूर्ण करा कर बांध में पानी पहुंचाना सुनिश्चित करे। अधिशासी अभियन्ता डाल नहर खण्ड, झांसी को निर्देश दिये गए कि दिनांक 29 सितम्बर 2021 से पम्प का संचालन सुनिश्चित करें। अधिशासी अभियन्ता विद्युत खण्ड, ललितर को निर्देश दिये गए कि पम्प के संचालन हेतु किसी प्रकार की कोई असुविधा उत्पन्न न हो सके।