स्काउट गाइड राष्ट्र के पुनर्निमाण में रचनात्मक भूमिका निभायें: जिलाधिकारी




 उ0प्र0 भारत स्काउट गाइड जिला परिषद समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार जिलाधिकारी अन्नावि दिनेश कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का शुभारम्भ स्काउट प्रार्थना के साथ किया गया। 
इस अवसर पर बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी अन्नावि दिनेश कुमार ने कहा कि नैतिक व चारित्रिक मूल्यों की स्थापना, व्यक्तित्व का विकास करने के लिए स्काउट गाइड की स्थापना की गई है। इससे जुड़े शिक्षक एवं विद्यार्थी राष्ट्र निर्माण में अपनी महती भूमिका निभायें। उन्होंने कहा कि स्काउट और गाइड इकाई का जनपद के सभी इण्टर कालेजों, महाविद्यालयों में गठन पंजीयन एवं नवीनीकरण अनिवार्य रूप से कराया जाना चाहिए। स्काउट गाइड इकाई के गठन से विद्यालयों में अनुशासन की स्थापना, सेवाभाव, राष्ट्रप्रेम एवं सामाजिक समरसता उत्पन्न होती है। उन्होंने जनपद के सभी महाविद्यालयों/इण्टर कालेज/हाईस्कूल के प्रधानाचार्यो को निर्देशित किया कि वे उ.प्र. भारत स्काउट गाइड जिला परिषद द्वारा निर्धारित वर्षभर के आयोजनों को संकल्प शक्ति के साथ क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
 बैठक में उपस्थित अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि हमारे धर्म ग्रंथों में मानव सेवा को सच्चा धर्म बताया गया है। यही स्काउट गाइड का मूल उद्देश्य भी है। उन्होने कहा कि विद्यालयों में छात्र/छात्राओं में अनुशासन एवं संस्कारों की स्थापना से ही छात्र/छात्राओं में उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने शिक्षकों का आह्मवान किया कि यदि वे छात्र/छात्राओं को विकास की ओर ले जाना चाहते हैं तो अनुशासन को मूल मंत्र मानकर उनका अनुपालन करें। 
 जिला विद्यालय निरीक्षक रामशंकर ने कहा कि जो बच्चे स्काउट गाइड संस्था से जुड़े रहते हैं, उनमें अच्छे संस्कार, विनम्रता, सरलता, देशभक्ति के साथ ही उदारता की भावना विकसित होती है। उन्होंने जनपद के प्रधानाचार्यो से अनुरोध किया कि अपने विद्यालयों में अनिवार्य रूप से स्काउट गाइड दल का गठन करायें एवं सभी प्रधानाचार्य स्काउट गाइड के आजीवन सदस्यता अवश्य ग्रहण करें। 
 बैठक में जिला स्काउट कमिश्नर डा0 ओमप्रकाश शास्त्री ने कहा कि तहसील, नगर एवं जनपद तथा मण्डल स्तरीय रैलियां केवल प्रतियोगिताओं तक सीमित नहीं रहना चाहिये, अपितु इन रैलियों के माध्यम से छात्र/छात्राओं के अन्दर छिपी हुई रचनात्मक ऊर्जा को विकसित करें एवं उनमें श्रेष्ठ संस्कारों की शिक्षा एवं नैतिक मूल्यों की स्थापना हो सके, इसका प्रयास होना चाहिये। बैठक में उन्होंने कहा कि कई इण्टर कालेजों एवं महाविद्यालयों में अभी स्काउट गाइड दलों का गठन नहीं हो सका है। अतः समिति के पदाधिकारी इन महाविद्यालयों में जाकर दलों का गठन एवं पंजीकरण आवश्यक रूप से करें।  
 
 जिलाधिकारी महोदय ने आजीवन सदस्यों डाॅ. ओमप्रकाश शास्त्री, श्री प्रदीप चौबे, डाॅ. अवधेश अग्रवाल, डाॅ. राजीव निरंजन श्रीमती पूनम मलिक को स्काउट गाइड की आजीवन सदस्यता का प्रमाण पत्र प्रदान किया। 
 बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक गिरजेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक रामशंकर, बेसिक शिक्षा अधिकारी रामप्रवेश, सजन कुमार शर्मा, जयशंकर प्रसाद द्विवेदी, डाॅ. राजीव निरंजन, जिला सचिव अजब सिंह, किरन वर्मा, डाॅ. जनक किशोरी शर्मा, श्रीमती पूनम मलिक, डाॅ. वंदना कुशवाहा, विनोद कुमार पटैरिया, जलील अहमद, आर.के.पुरोहित, मुकेश कुमार, रामस्वरूप नामदेव, सजीव कुमार वर्मा, मानवेन्द्र सिंह, दिनेश चैरसिया, शीलम गुप्ता, गीता सोनी, नीरज दोहरे, डाॅ. मनीषा जैन, डाॅ. महेश कुमार झा, । बैठक का संचालन जिला कमिश्नर स्काउट डाॅ. ओमप्रकाश शास्त्री एवं जिला विद्यालय निरीक्षक रामशंकर ने आभार व्यक्त किया।

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