जानलेवा बीमारी डेंगू की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग लगभग सफल,डेंगू फैलने की आशंका से प्रशासन था अलर्ट





ललितपुर  2 दिन में डेंगू का एक भी केस नहीं मिला है। इतना ही नहीं, जो व्यक्ति बीमार हुए थे, वह सभी ठीक हो गए हैं।                             कुछ दिनों पहले डेंगू ने जिले में तेजी से पैर पसार लिए थे। और लग रहा था  कि यह बीमारी अपना प्रकोप बड़े पैमाने पर दिखाएगी डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 16 तक पहुंच गई थी। इस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने इसके नियंत्रण के लिए तमाम जरूरी उपाय एवं जिला प्रशासन एवं नगर पालिका परिषद ने भी डेंगू के प्रति जन जागरूकता के तहत इससे बचने के उपाय एवं दवा छिड़काव आदि कार्यक्रम संचालित किए इनमें पायरेथ्रम 2% का छिड़काव 386 घरों में कराया साथ ही 7011 व्यक्तियों के घरों पर जांच की। इस दौरान 164 जगहों पर पॉजिटिव लार्वा पाया गया,जिसे नष्ट कराया गया। विभाग द्वारा उठाए गए कदमों से जिले में 2 दिन में डेंगू का एक भी मरीज नहीं मिला है। जिस पर विभागीय अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। जो व्यक्ति पहले बीमार हुए थे वह अब दवा लेकर ठीक हो गए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी के एस सिंह ने बताया की नालियों में लार्वी साइट का स्प्रे कराया गया है। मोहल्ला नेहरू नगर, एआरटीओ कार्यालय के पीछे व सरकारी कार्यालय परिसरो में दवा का छिड़काव किया गया। .......... 79 व्यक्तियों को जारी हुए नोटिस।    स्वास्थ्य के अधिकारियों ने विभिन्न मोहल्लो  में डेंगू के लार्वा की जांच की। इस दौरान लार्वा पाए जाने पर 79 व्यक्तियों को नोटिस विभाग द्वारा जारी किए गए।  जागरूकता के लिए विभागीय अधिकारियों ने बताया कि यह मच्छर दिन में काटता है ।  डेंगू मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपता है। इनमें गड्डे नाली कूलर पुराने टायर 20 बोतलें डिब्बे शामिल हैं, इसलिए आसपास ऐसी जगह पर पानी जमा न होने दें। जमा पानी में मिट्टी का तेल या जला हुआ आयल डालें ।घर के अंदर मच्छर खिड़की और दरवाजे से आते हैं ऐसी में खिड़की और दरवाजे पर नेट लगाएं। सोते समय मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।..... यह हैं लक्षण।       तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ होना, मुंह, होंठ और जीभ का सूखना, सस्ती कमजोरी और चिड़चिड़ापन आदि लक्षण हैं। और इस प्रकार की किसी भी लक्षण होने पर तुरंत स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लें

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