फसल बीमा योजना में शिथिलताएं न बरतें बैंक अधिकारी : मण्डलायुक्त


लापरवाह बैंकों के खिलाफ आर.सी.जारी कर करायी जायेगी वसूली
ललितपुर। विकास कार्यों को त्वरित गति प्रदान करने व गुणवत्तापूर्ण निर्माण हेतु शासन की प्राथमिकताओं एवं विकास कार्यों के प्रभावी अनुश्रवण हेतु जनपदों में नोडल अधिकारियों को 04 दिवसीय भ्रमण कर स्थलीय निरीक्षण के निर्देश जारी किये हैं, जिसके क्रम में मण्डलायुक्त झांसी/प्रभारी अधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ललितपुर पहुंचे। यहां पर उन्होंने शासन की प्राथमिकताओं एवं विकास कार्यों के प्रभावी अनुश्रवण हेतु जिलाधिकारी सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यों एवं आपदा प्रबंधन की समीक्षा की। बैठक में फसल बीमा योजना की समीक्षा में बताया गया कि वर्ष 2019 में फसल बीमा योजना के अंतर्गत पंजीकृत आवेदनों के सापेक्ष बैंकों की लापरवाही के कारण कृषकों को फसल बीमा का लाभ प्राप्त नहीं हो सका एवं उन्हें लगभग 24 करोड़ 06 लाख 22 हजार 158 रु0 की क्षति हुई। इस पर आयुक्त द्वारा बैंकों के विरुद्ध आर.सी. जारी कर उक्त धनराशि की वसूली करने के निर्देश दिये गए। अब तक बैंक द्वारा कृषकों के विरुद्ध आर.सी. जारी की जाती थीे, किन्तु फसल बीमा योजना में बैंकों की लापरवाही एवं उदासीनता के कारण अब बैंकों के विरुद्ध आर.सी. जारी करने के निर्देश दिये गए हैं। मण्डलायुक्त ने बाढ़/अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव व राहत कार्यों के प्रबंधन की समीक्षा की जिसमें बताया गया कि बाढ़ से पूर्व नदियों में जमे सिल्ट/बालू को हटाने का कार्य किया जाता है, साथ ही आपदा की स्थिति में राहत कैम्पों की स्थापना की जाएगी, जिनमें खाद्य, मेडिकल, सुरक्षा, पेयजल, सैनीटेशन, प्रकाश आदि हेतु अलग-अलग विभाग के नोडल अधिकारी नामित किये जायेंगे, साथ ही उन अधिकारियों के नाम और मोबाइल नम्बर कैम्प के बाहर फ्लैक्सी, बोर्ड/वॉल राइटिंग द्वारा प्रदर्शित किये जायेंगे। इस पर मण्डलायुक्त महोदय ने निर्देश दिये कि अधि.अभि. सिंचाई को निर्देशित किया कि बाढ़ से पूर्व नदियों में जमे सिल्ट/बालू को हटा लिया जाये, किसी भी एक स्थान पर बालू को एकत्रित न होने दें। इसके साथ ही दैवीय आपदा की समीक्षा करते हुए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (पुरुष) को निर्देश दिये कि सर्पदंश के ऐसे मामले जो रिफर किये गए हों एवं जिनमें पीडि़त को सहायता राशि का लाभ दिया गया हो, की सूची उपलब्ध करायें। सीएमओ ने बताया कि जनपद में डेंगू आउटब्रेेक/स्क्रब टाइफस के प्रभावी नियंत्रण हेतु ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में सोर्स रिडक्शन गतिविधियां नियमित रुप से चलायी जा रही हैं। जनपद के यदि किसी क्षेत्र में डेंगू का रोगी पाया जाता है तो डेंगू से प्रभावित पूरे ग्राम, क्षेत्र/मोहल्ले में टीम भेजकर जल संग्रहित सभी पात्रों को खाली कराते हुए प्रजनन स्रोतों को समाप्त करने का कार्य किया जाएगा। इस पर मण्डलायुक्त ने सीएमओ, ईओ व डीपीआरओ को निर्देश दिये कि डेंगू के लक्षण एवं संक्रमण को रोकने के लिए प्रचार साहित्य के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार करायें। बीएसए ने बताया कि कुछ विद्यालय में सफाई कर्मी द्वारा नियमित रुप से साफ-सफाई का कार्य नहीं किया जाता है, जिससे स्वच्छता कार्य बाधित होता है। इस पर मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि जिन विद्यालयों में सफाई कर्मियों द्वारा स्वच्छता कार्य में लापरवाही की जा रही है उन सफाईकर्मियों की सूची बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी को उपलब्ध करायें, साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी ऐसे सफाई कर्मियों पर कठोर कार्यवाही करें। गौवंश संरक्षण एवं प्रबंधन की समीक्षा में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने अवगत कराया कि जनपद में 17 गौशालायें संचालित हैं, जिनमें 17378 पशु हैं, सभी गौशालायें क्षमता के अनुरुप संचालित हो रही हैं तथा गौशालाओं में प्रतिदिन पशु चिकित्सकों के द्वारा विजिट किया जाता है। मौके पर उप जिलाधिकारी तालबेहट ने बताया कि बादरौन एवं भुचैरा गौशाला में भूसा रखने की समस्या है, इस पर मण्डलायुक्त महोदय ने निर्देश दिये कि जिन गौशालाओं में भूसा एवं चरही रखने की व्यवस्था नहीं है, उनमें मनरेगा की धनराशि से भूसा गोदाम एवं चरही का निर्माण कराया जाये। इसके उपरान्त कोविड मामलों की समीक्षा की गई, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि विगत एक माह में केवल 10 केस आये है, पिछले एक सप्ताह में कोई संक्रमित केस नहीं आया है। आज जनपद में कुल 7171 लोगों का वैक्सीनेशन किया है, वैक्सीनेशन में हमारा 43वां स्थान है। 26 जुलाई से अब तक जनपद में आयुष्मान भारत योजना के तहत कुल 10830 गोल्डन कार्ड बनाये गए हैं। इस पर निर्देश दिये गए कि अधिक से अधिक लोगों को आयुष्मान भारत योजना के लाभ से आच्छादित करें। अवैध कब्जों की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि अवैध कब्जों के मामलों में अनिवार्य रुप से कठोर कार्यवाही करें। साथ ही कार्यवाही की क्रास चेकिंग में हीलाहवाली होने पर सम्बंधी उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। बैठक में मण्डलायुक्त महोदय ने ईओ व डीपीआरओ को निर्देशित करते हुए कहा कि शासन का स्वच्छता पर विशेष फोकस है, इसलिए इस पर गंभीरतापूर्वक कार्य करें। बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि मण्डलायुक्त महोदय के चार दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम में जो भी दिशा-निर्देश दिये जा रहे हैं, उनका सभी अधिकारी/कर्मचारी अक्षरश: पालन करना सुनिश्चित करें। बैठक में जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,