लोक कला संग्रहालय, लखनऊ में ’’अमृत महोत्सव’ के अर्न्तगत कार्यक्रम आयोजित
लोक कला संग्रहालय, लखनऊ की शैक्षिक क्रार्यक्रम के अर्न्तगत आज ’’अमृत महोत्सव’ के अर्न्तगत संग्रहालय प्रांगण में ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के पूर्व दिवस पर’ लोकगीतों पर आधारित कार्यक्रम ’’ का आयोजन पूर्वान्ह 11ः30 बजे किया गया। क्रार्यक्रम का शुभारम्भ श्री गणेश भगवान एवं ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी’’ को माल्यार्पण कर डॉ0 मीनाक्षी खेमका, प्रभारी संग्रहालयध्यक्ष, लोक कला संग्रहालय, लखनऊ द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ लोकाजंलि गु्रप की मुखिया श्रीमती अंजलि खन्ना एवं उनके सह कलाकार श्रीमती रीना शुक्ला, श्रीमती सरिता कटियार, श्री अरविन्द्र पाठक, एवं श्री गोविन्द पाठक ने राम धुन- रघुपति राघव राजा राम पति तपावन सीता राम से शुरू किया। जिसे सुनकर प्रत्येक व्यक्ति श्रोतागणों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में देशभक्ति गीत- सोंधी सी हवा है जहॉ, फूलों की अदा है वहॉ वही तो हमारा देश प्यारा है। भजन गीत- सत्यम् शिवम् सुन्दरम एवं मिथिला मगन भई, सिया को जन्म भयों आज, प्रभुजी मेरे अवगुन चित्त ना धरों तथा जनम लियो आज रघराई अवधपुरी में बहार आयी। ऐसे सुन्दर-सुन्दर मनमोहक गीतों से सभी कलाकारों ने मन को मंत्रमुग्ध कर लिया।
कार्यक्रम में ’’महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के अवसर पर’ लोकगीत’’ इन दोनों आजादी के महापुरूषों के द्वारा उनके ऊपर गाये गये गीत-देदी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल, साबरमती के संग तुने कर दिया कमाल रघुपति राघव राजा राम को भी गा कर कार्यक्रम का पूरा किया गया । इन्ही सभी गीतों से कार्यक्रम को काफी सफल बनाया गया। सभी ने कार्यक्रम की काफी सराहना की।
इस गीताजंलि कार्यक्रम में अतिथिगण, वरिष्ठ पत्रकार, एवं उच्चाधिकारी तथा अन्य श्रोतागण भी उपस्थित रहें। सभी का स्वागत सूक्ष्म जलपान द्वारा किया गया। कार्यक्रम मे निदेशक, उ0 प्र0 संग्रहालय निदेशालय, लखनऊ निदेशक, राज्य संग्रहालय लखनऊ तथा श्रीमती रेनू द्विवेदी, सहायक निदेशक, श्री विनय सिंह, श्री धनंजय निदेशालय से श्री मूल चन्द्र, श्री विजय मिश्रा, श्री अजय द्विवेदी, श्री जितेन्द्र, श्री वेद प्रकाश, लोक कला संग्रहालय, लखनऊ के कर्मचारी गण सुश्री छाया यादव, वीथिका सहायक कम वरिष्ठ लिपिक, श्रीमती सीमा श्रीवास्तव, लिपिक/टंकक, श्रीमती विद्यावती, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री सुरेश चन्द्र, एवं अजय सभी कर्मचारी उपस्थित रह कर कार्यक्रम को सुव्यवस्थित सम्पादित कराया।
इस अवसर पर लोक कला संग्रहालय, लखनऊ के समस्त कर्मचारी, श्रीमती माधुरी कीर्ति, सुश्री छाया यादव, श्रीमती सीमा श्रीवास्तव, श्रीमती विद्यावती, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री सुरेश चन्द्र, एवं उ0 प्र0 संग्रहालय निदेशालय, एवं राज्य संग्रहालय के भी कर्मचारी उपस्थित थे।