वृक्षारोपण ही नहीं उसका संरक्षण भी आवश्यक : डॉ लीना मिश्र




सांसे हो रही कम, आओ पेड़ लगाए हम



बालिका विद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन 



5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है कि हम पर्यावरण से साहचर्य बनाए रखें, मित्रता रखें, अपने स्वार्थ में उसका दोहन न करें या पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं। तभी हम और मानवता सुरक्षित रह सकती है। इस वर्ष पर्यावरण दिवस की थीम केवल एक पृथ्वी रखा गया है जिसका अर्थ है प्रकृति के साथ सद्भाव अर्थात प्रकृति के साथ खिलवाड़ या छेड़खानी न करें क्योंकि यह अनेक पर्यावरणीय दुष्प्रभावों को जन्म देता है, जिसके ज्वलंत उदाहरण हैं समय-समय पर फैलने वाली महामारी, जल स्तर का नीचे आ जाना, अत्यधिक गर्मी, अत्यधिक जलवृष्टि, पर्यावरणीय असंतुलन आदि। अतः विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हमको यह शपथ लेनी है कि हम प्रकृति के साथ कोई भी खिलवाड़ नहीं करेंगे, इसका दोहन नहीं करेंगे और स्वच्छ ए स्वस्थ भारत बनाएंगे। अपने इन्हीं विचारों को बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने छात्राओं के समक्ष रखते हुए उनसे यह प्रतिज्ञा लेने को कहा और इसके साथ ही छात्राओं से कविता, स्लोगन, निबंध, वृक्षारोपण करना इस प्रकार से बहुत सी गतिविधियों में प्रतिभाग करने के लिए निर्देशित किया। खुशी और मुस्कान ने अपने घरों में पौधे लगाकर उसकी फोटो भेजी। सिमरन लोधी, रिया, ऋषिता, मुस्कान, शिवांगी, आँचल  द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस की सुरक्षा को लेकर पोस्टर बनाकर भेजे गए जिसमें सिमरन प्रथम, रिया द्वितीय, ऋषिता तृतीय स्थान पर रहे ।संजना, श्रेया और प्राची ने इस विषय को लेकर स्लोगन लिखकर भेजे। सुमन ने एक सुंदर सी कविता लिख कर भेजी तथा कीर्ति कश्यप और शीतांजलि ने निबंध लिखकर भेजा। विद्यालय की प्रधानाचार्य ने सभी को बधाई दी। विद्यालय खुलने पर सभी को सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे।


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