पर्यटकों के होम स्टे के लिए ग्रामीणों को किया जायेगा प्रशिक्षित - जयवीर सिंह


लखनऊ: 07 जुलाई, 2022
पर्यटन विभाग ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रणनीति तैयार कर रहा है। इसके माध्यम से रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ ही सामाजिक, आर्थिक लाभ भी लोगों को प्राप्त होगा। इसके अलावा स्थानीय वस्तुओं, खान पान एवं जीवनशैली में कोई परिवर्तन किये बिना पर्यटकों को ग्रामीण जीवन की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए व्यवस्था की जा रही है। उ0प्र0 पर्यटन नीति-2018 के अंतर्गत ग्राम स्टे के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटकों को आवासीय सुविधा प्रदान करने के लिए सब्सिडी भी प्रदान किये जाने की व्यवस्था है।
यह जानकारी उ0प्र0 के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने देते हुए बताया कि उ0प्र0 में अनेकों गॉव जैसे कछपुरा एवं होलीपुरा-आगरा, कछरौठ-बुलन्दशहर, बरारा-फतेहपुर सीकरी, बरोखर खुर्द-बांदा, शिवपुर-बस्ती, जरवल कस्बा-बहराइच आदि जनपदों में ग्रामीण पर्यटन को बढ़़ावा दिये जाने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा अपने स्तर से पर्यटकों को सुविधा प्रदान किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि ग्रामीण पर्यटन के माध्यम से लोक संस्कृति तथा लोगों के पारम्परिक खान-पान, वेशभूषा, समृद्धि संस्कृति आदि के बारे में पर्यटकों को जानकारी देने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पर्यटन देश के सबसे बड़े सेवा उद्योगों में से एक है। किसी भी देश के आर्थिक विकास में पर्यटन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर्यटन में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन की अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं।
पर्यटन मंत्री ने यह भी बताया कि उ0प्र0 की गौरवशाली संस्कृति एवं धार्मिक विरासत एवं विविधता को जानने के लिए ग्रामीण पर्यटन एक सशक्त माध्यम साबित हो सकता है। इसके अलावा पर्यटकों को आस-पास के पौराणिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थानों को जानने का भी मौका मिलेगा। इसको दृष्टिगत रखते हुए पर्यटन विभाग ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इसकी कार्ययोजना तथा रूपरेखा तैयार करने के लिए विभागीय अधिकारियों को विगत मई ही आदेश दे दिये गये थे।

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