मां जन्म देती है, तो गुरू मानव जीवन में संस्कारों का संचार करता है - श्री कृष्ण गिरि महाराज
ललितपुर। जनपद में विभिन्न मंदिरों एवं आश्रमों में गुरू पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। जहां एक ओर शिष्यों ने अपनी सामर्थ अनुसार गुरूओ को भेंट दीं। वहीं गुरूओं ने उन्हे मंगल आर्शीवाद दिया। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्वालुओं के जुटने का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा। शहर स्थित गोविन्द सागर बांध स्थित श्री सर्वेश्वर धाम मंदिर, श्री तुवन मंदिर, श्री नृसिंह मंदिर, श्री कंचनघाट मंदिर, श्री पंचमुखी हनुमान जी मंदिर, सिद्वपीठ श्री चंडीमाता मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में श्रद्वालुओं का दिन भर मेला लगा रहा। अपनी बारी का इंतजार कर शिष्यों ने गुरूओं से भेंट की ।तो वहीं अपने शिष्यों को अपने समीप पाकर गुरुओं ने मंगल आर्शीवाद प्रदान किया। इस दौरान जगतगुरू श्री कृष्ण गिरि महाराज ने कहा कि मानव जीवन में गुरू का बडा महत्व होता है। मां शिशु को जन्म देती है, तो गुरू मानव जीवन में संस्कारों का संचार करता है। श्री सर्वेश्वर धाम मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। दूर दूर से आये शिष्यों को खाटू श्याम श्री महाकाल अखाडे के जगतगुरू श्री कृष्ण गिरि महाराज ने सुख समृद्वि का आर्शीवाद दिया। साथ ही उनका सुख दुख पूछा। गुरूजी को निकट पाकर शिष्यों में एक नई उर्जा का संचार हुआ। श्री जगतगुरु का आर्शीवाद लेने के लिए सुबह से कतारें लगना शुरू हो गयीं थीं। श्री सर्वेश्वर धाम मंदिर में सुबह से ही धार्मिक अनुष्ठान यज्ञ, पूजन इत्यादि प्रारंभ हो चुके थे। दोपहर के बाद मंदिर परिसर में आये सभी श्रद्वालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जहां उन्होंने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मंहत श्री गिरीश गोस्वामी का मुख्य योगदान रहा।