उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान द्वारा प्रोफेसर आनंद कुमार सिंह, भोपाल को शब्द शिल्पी सम्मान से सम्मानित किया गया,भारत के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे 18 साहित्यकार सम्मानित

 


उ0प्र0 भाषा संस्थान द्वारा मैथिलीशरण गुप्त जयंती का किया गया आयोजन

लखनऊ, दिनांक 03 अगस्त, 2022
उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान द्वारा आज मैथिलीशरण गुप्त जयंती एवं सम्मान समारोह-2022 का आयोजन अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, गोमती नगर, लखनऊ के सभागार में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर दिनेश शर्मा, पूर्व उप मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार ने सम्मानित विद्वानों को बधाई देते हुए, मैथिलीशरण गुप्त जी के रचना कर्म को भारतीय संस्कृति के उद्घोष का साहित्य कहा। उन्होंने कहा कि मैथिलीशरण गुप्त का साहित्य स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर वर्तमान के भारत का नव निर्माण करने में सक्षम है । उन्होंने भारतीय शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान द्वारा बहुभाषिकता को बढ़ावा देते हुए भारतीय साहित्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रेरित किया ।
     कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विधान परिषद सदस्य, श्री अश्वनी त्यागी जी ने उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के कार्यों की सराहना करते हुए क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देकर, व्यवसायिक विषयों को मातृभाषा में लिखने पर बल दिया ।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पदम् श्री डॉक्टर विद्या बिंदु सिंह ने मैथिलीशरण गुप्त के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय भावना के अग्रदूत और नारी स्वाभिमान का रक्षक बताया । उनका काव्य समाज एवं युवाओं के लिए प्रेरणादायी है। कार्यक्रम में हिंदी साहित्य के रचनाकर्म में लीन भारत के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे 18 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रोफेसर सूर्य प्रसाद दीक्षित, लखनऊ तथा प्रोफेसर हरिशंकर मिश्र, को उत्तर प्रदेश भाषा सम्मान दिया गया। शब्द शिल्पी सम्मान से प्रोफेसर योगेंद्र प्रताप सिंह, लखनऊ, प्रोफेसर पवन अग्रवाल, लखनऊ, प्रोफेसर श्रुति, लखनऊ, श्री आलोक यात्री, गाजियाबाद, श्री सुभाष चंद्र, गाजियाबाद, डॉक्टर उर्विजा शर्मा, गाजियाबाद, श्री अमित शर्मा, नोएडा, डॉक्टर देवी प्रसाद तिवारी, वाराणसी, डॉक्टर शुभम त्यागी, मेरठ, श्री सुभाष चंद्र कुशवाहा, गाजियाबाद, प्रोफेशन नवीन चंद्र लोहनी, मेरठ, डॉक्टर विजय कुमार वर्मा, बाराबंकी, डॉक्टर वंदना, वाराणसी, डॉक्टर मनु प्रताप सिंह, बरेली, प्रोफेसर डीपी सिंह, औरैया एवं  
उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ राज नारायण शुक्ल ने संस्थान का परिचय देते हुए उसके क्रियाकलाप पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में डॉ0 ए0 के0 जैन कार्यकारी अध्यक्ष, जैन विद्या शोध संस्थान, लखनऊ, डॉ0 राकेश सिंह, निदेशक, अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, लखनऊ, डॉक्टर ममता तिवारी, डॉक्टर धीरेंद्र सिंह आदि के साथ शोध छात्र सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर पवन अग्रवाल ने किया।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,