राज्यपाल ने बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी के नैक हेतु प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की,जी-20 इवेंट में विश्वविद्यालय के छात्रों की प्रतिभागिता कराएं -राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल

विश्वस्तर की नवीनतम गतिविधियों के अनुसार विश्वविद्यालय में प्रोजेक्ट कार्य करवाएं
लखनऊः 21 दिसम्बर, 2022 प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी के नैक हेतुु प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। राज्यपाल जी ने प्रस्तुतिकरण में अपने पूर्व में दिए निर्देशों के समुचित अनुपालन के अभाव को लक्ष्य करते हुए कुलपति से पूर्व निर्देशों का शत्-प्रतिशत अनुपालन कराने को कहा। विश्वविद्यालय इससे पूर्व वर्ष 2004, 2011 तथा 2017 मंे भी नैक ग्रेडिंग प्राप्त कर चुका है और अब चौथी बार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी कर रहा है। राज्यपाल जी ने टीम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सशक्त तैयारी के साथ ए़़ ग्रेड प्राप्त करने के विश्वास से सेल्फ स्टडी रिपोर्ट दाखिल की जाए। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट ग्रेड प्राप्त होने से विश्व स्तर पर विश्वविद्यालय की पहचान होती है और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का रूझान बढ़ता है। समीक्षा के क्रम में राज्यपाल जी ने सभी टीम सदस्यों से मूल्यांकन के सातों क्राइटेरिया पर बिंदुवार जानकारी ली। उन्होंने अनेक बिंदुओं पर विवरण में कमी को लक्ष्य किया और अपेक्षित विवरण अंकन के साथ-साथ पर्याप्त गतिविधि युक्त फोटोग्राफ लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं के फोटो में गतिविधियाँ न दिखाई देने की कमी का उल्लेख आज पुनः दूसरी समीक्षा बैठक में भी किया और इसे दृढ़ता से पालन करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने फोटो के साथ कैप्शन में विवरण लगाने का निर्देश भी दिया। राज्यपाल जी ने प्रस्तुतिकरण के दौरान क्राइटेरिया हेड द्वारा अन्य सदस्यों से मदद लेने के क्रम को भी लक्ष्य किया और सभी क्राइटेरिया हेड को अपना प्रस्तुतिकरण सुदृढ़ करने का निर्देश दिया, जिसमें पियर टीम भ्रमण के दौरान वे विश्वविद्यालय का सशक्त प्रस्तुतिकरण दे सकें। क्राइटेरिया अनुसार प्रस्तुतिकरण में राज्यपाल जी ने लिखित उल्लेखों की पुनरावृत्ति न करने, विशेष उल्लेखों को हाइलाइट करने, सी0बी0सी0एस0 में सूची संलग्न करने, शोधनीति का राइट-अप में उल्लेख करने, म्यूजियम में दर्शकों के भ्रमण की फोटो लगाने, ग्रेवांस विवरण में सुधार करने, सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों को नैक हेतु तैयार कराने और उसका उल्लेख जोड़ने, बेस्ट प्रैक्टिस का डेटा युक्त विवरण लगाने जैसे अन्य विविध सुझावों के साथ कई छोटे-छोटे बिंदुओं पर भी दिशा-निर्देश प्रदान किए। क्राइटेरिया तीन की समीक्षा के दौरान कई कमजोर प्रस्तुतिकरण में राज्यपाल ने पुनर्लेखन का सुझाव दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय को विश्वस्तर की नवीनतम गतिविधियों के अनुसार प्रोजेक्ट कार्य प्रारम्भ कराने को कहा। इसी क्रम में उन्होंने हाल ही में विश्व में छोटे अनाज के बढ़ते महत्व की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अपने होम सांइस विभाग के माध्यम से मोटे अनाजों के व्यंजन पर कार्यक्रम करा सकता है। उन्होंने इसकी उपादेयता ग्रामीण स्तर तक प्रचारित कराने के कार्यक्रम करने और उसको नैक के एस0एस0आर0 में प्रदर्शित करने को कहा। इसी क्रम में उन्होंने भारत में जी-20 देशों की बैठकों की जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के चार शहरों आगरा, वाराणसी, लखनऊ, ग्रेटर नोयडा मंे 01 दिसम्बर, 2022 से 30 नवम्बर, 2023 तक इसकी बैठकें आयोजित हो रही हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को इस इवेंट में उत्साह के साथ प्रतिभागिता के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे मेधावी विद्याािर्थयों का चयन करें, जो विदेशी भाषा के जानकार हों। ये छात्र जी-20 देशांे के प्रतिनिधियों से संवाद करके जानकारियों के प्रचार-प्रसार, विश्वविद्यालय के नवाचारों, स्टार्टअप तथा अन्य गतिविधियों के डिजिटल प्रचार तथा प्रदर्शनी के अयोजन आदि से हिस्सेदारी कर सकते हैं। इस अवसर पर बैठक में उच्चशिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती रजनी तिवारी, प्रमुख सचिव राज्यपाल श्रीमती कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा, कुलपति श्री मुकेश पाण्डेय, विश्वविद्यालय द्वारा नैक तैयारी हेतु गठित टीम के सदस्य तथा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।

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