सृजन प्रक्रिया में सत्य की भूमिका ही सांस्कृतिक परिवर्तन का एकमात्र आधार है “- पद्मश्री डॉ कपिल तिवारी

- कला, शिक्षा व समाज इत्यादि विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विभूति हुए सम्मानित - विशिष्ट व्यक्तियों का विविध क्षेत्रों में सर्वोपरि देशहित भवना से प्रेरित व्यक्तिगत योगदान अपूर्व है। लखनऊ,
दिल्ली स्थित ‘इंडिया इंटरनेशनल सेंटर’ में कल 21 दिसंबर को देर शाम तक 'लोकनायक जयप्रकाश राष्ट्रीय कला और संस्कृति प्रतिष्ठान" एवं "लोकनायक जयप्रकाश अन्तर्राष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र" के संयुक्त तत्त्वावधान में " लोकनायक राष्ट्रीय स्मृति सम्मान" और जेपी अंतरराष्ट्रीय सम्मान का भव्य आयोजन किया गया। साहित्य,कला, शिक्षा, सिनेमा और संस्कृति जगत की जानीमानी हस्तियों से भरी यह एक अपूर्व सभा थी । प्रसिद्ध मूर्तिकार श्री राम सुतार, चर्चित समकालीन चित्रकार अर्पणा कौर, जानेमाने कलाविद और चिंतक पद्मश्री डॉ कपिल तिवारी, पूर्व सांसद और सफल व्यवसाई श्री आर के सिंह, प्रसिद्ध पर्यावरणविद् श्री चंडी प्रसाद भट्ट, श्री अरुण उपाध्याय, श्री जय प्रकाश सिंह, श्री राहुल रस्तोगी, श्री अरविंदर‌ सिंह कांग और प्रसिद्ध पाश्र्वगायक गायक महेंद्र कपूर के बेटे श्री रोहन कपूर की उपस्थिति ने इस मौके को विशिष्ट बना दिया । देश की अग्रणी रचनात्मक और सांस्कृतिक संस्था ‘लोकनायक जयप्रकाश राष्ट्रीय कला एवं संस्कृति प्रतिष्ठान’ शिक्षा, कला, साहित्य, संगीत, नाटक और सांस्कृतिक विमर्श के क्षेत्र में अपने अमूल्य योगदान के लिए देश के कोने कोने से विशिष्ट व्यक्तियों का चुनाव करते हुए उन्हें अपने प्रतिष्ठित पुरस्कार "लोकनायक जयप्रकाश राष्ट्रीय स्मृति सम्मान" से सम्मानित किया ।‌ विदीत हो कि यह संस्था संस्कृति के बहुक्षेत्र को सर्वदा प्रासंगिक एवं जीवन्त आयाम देने का प्रयास करता आया है। संस्था के द्वारा निरन्तर आयोजित अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षा, कला, साहित्य, और संस्कृति इत्यादि जगत में कार्यरत व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है।
प्रस्तुत सम्मान समारोह का आयोजन गत पाँच वर्षों से निरन्तर किया जा रहा है। समारोह का उद्देश्य समाज के उन व्यक्तित्व को सम्मानित करना है जिनका विशेष योगदान समाज को सार्थक समृद्धि के मार्ग पर ले जाने की प्रेरणा देता है इसी के अन्तर्गत प्रसिद्ध कलाविद्, शिक्षाविद्, संगीतज्ञ, फिल्मकार, कलाकार, मूर्तिकार, प्रशासनिक अधिकारी, समाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार एवं नाटककार इत्यादि विविध क्षेत्रों से सम्बन्धित व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया। संस्था के नाम की अन्वर्थ संज्ञा को सिद्ध करते हुए ‘लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी’ जिनकों संपूर्ण क्रान्ति के संवाहक के रूप में जाना जाता है एवं जिन्होंने राष्ट्रहित को सर्वदा सर्वोपरि रखते हुए सदा देश का नेतृत्व किया तथा जिनके द्वारा आदर्श जीवन मूल्यों को अपनाते हुए शिक्षा, कला एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों के विकास में अपना वैचारिक योगदान दिया उन्हीं ‘लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी’ की सर्वोपरि देशहित विरासत को नित्य नूतन आयाम देने का कार्य इस संस्था के द्वारा किया जा रहा है। लोकनायक जयप्रकाश राष्ट्रीय कला एवं संस्कृति प्रतिष्ठान संस्था के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद ओझा जो स्वयं कवि, चित्रकार, लेखक एवं डिजाइनर हैं और कला के क्षेत्र में दो दशक से कार्यरत हैं उन्होंने इसपर विस्तार से बात करते हुए यह बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज को अपने अमूल्य ज्ञान एवं अनुभवों से अभिसिंचित कर रहे विशिष्ट महानुभावों को सम्मानित किया जाना हमारी युवा पीढी के लिए एक प्रेरणा हैं। संस्था के राष्ट्रीय सचिव एवं दिल्ली विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में प्रोफेसर के रूप में सेवारत प्रो. दया शंकर तिवारी ने बताया कि इस संस्था का उद्देश्य हैं “कि युवाओं गीता में लिखा है कि- ‘यद्यदाचरति श्रेष्ठः तत्तदेवो तरोजनः’ अर्थात् जैसा हमारें श्रेष्ठजन आचरण करते हैं उसका ही अनुकरण हमारी आनेवाली पीढियाँ करती हैं अतः इस सम्मान समारोह से न केवल हम विशिष्टजन का सम्मान कर रहे हैं बल्कि आने वाली पीढी को भी एक समृद्ध परम्परा एवं संस्कार से परिपुष्ट कर रहे हैं। संस्था के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार और पूर्व आई. ए. एस श्री हेमंत शेष ने सभी चयनित विशिष्ट व्यक्तियों को शुभकामनाएं देते हुए ‘लोकनायक राष्ट्रीय स्मृति सम्मान' के लिए गठित सम्मानित चयन समिति के सदस्य दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति श्री दिनेश सिंह, प्रसिद्ध कलाकार प्रभाकर कोल्टे, एन. आई. ओ. एस. के वर्तमान सचिव श्री प्रदीप मोहंती और प्रसिद्ध कला समीक्षक और लेखक डॉ. ज्योतिष जोशी को हार्दिक बधाई दी।
इस भव्य जे पी अवार्ड समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में लोकसभा सदस्य श्री जनार्दन सिग्रीवाल, पद्म श्री शोवना नारायण, प्रसिद्ध समाजवादी चिंतक और कार्यकर्ता श्री रघु ठाकुर, पूर्व सांसद और प्रसिद्ध व्यवसायी श्री आर. के. सिंह, प्रसिद्ध पर्यावरणविद् श्री चंडी प्रसाद के साथ अनेक महत्वपूर्ण हस्तियां मौजूद रहीं । राज्य सभा सांसद और प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना डॉ सोनल मानसिंह ने सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं एक संदेश के रूप में भेजा और बधाई दी । सम्मान समारोह में सम्मानित चयन समिति द्वारा चयनित में विशिष्ट व्यक्तियों का विविध क्षेत्रों में सर्वोपरि देशहित भवना से प्रेरित व्यक्तिगत योगदान अपूर्व है। इन विशिष्ट व्यक्तियों की सूची में - लोकनायक राष्ट्रीय संस्कृति शिखर सम्मान के लिए प्रसिद्ध कलाविद एवं चिंतक पद्म श्री कपिल तिवारी, कला रत्न सम्मान के लिए सुप्रसिद्ध समकालीन चित्रकार अपर्णा कौर, शिक्षा सम्मान में वर्तमान में आई. सी.पी.आर. की मेम्बर सेक्रेटरी प्रोफेसर सच्चिदानन्द मिश्र। साहित्य एवं दर्शन में ओडिशा के पूर्व पुलिस महानिदेशक रहे विद्वान लेखक श्री अरुण कुमार उपाध्याय, कला संरक्षण और प्रोत्साहन सम्मान में बिहार म्यूजियम के चर्चित महानिदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह, कला संस्कृति संवर्धन सम्मान में मध्य प्रदेश के उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत अकादमी के उप निदेशक श्री राहुल रस्तोगी, कला संस्कृति लेखन सम्मान में वरिष्ठ लेखक एवं पूर्व वाणिज्य आयुक्त श्री नर्मदा प्रसाद उपाध्याय और आलोक पराड़कर, संगीत सम्मान में प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना प्रिया वेंकट रमण, दृश्य कला में गोवा म्यूजियम के निदेशक और चर्चित कलाकार श्री सुबोध केरकर, प्रसिद्ध लोकनायक यश सम्मान में शिमला के पुलिस आई. जी. के पद पर कार्यरत श्री जय प्रकाश सिंह, लोककला सम्मान में आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के कोहबर कला के वरिष्ठ चित्रकार श्री रामशब्द सिंह, लोकनायक विशिष्ट योगदान सम्मान में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के यूथ वेलफेयर विंग के निदेशक डॉ अरविन्द सिंह कांग, प्रदर्शनकारी कला सम्मान में ओडिशा के युवा नाटककार और अभिनेता श्री नलिनी निहार नायक और राष्ट्रीय युवा प्रतिभा सम्मान के लिए प्रसार भारती के डिजिटल विंग के निदेशक श्री समीर कुमार‌ के नाम शामिल रहें ।
इसी वर्ष से संस्था के नव सृजनात्मक पहल में "राष्ट्रीय रचनात्मक कौशल सम्मान" का प्रारंभ किया गया जो देश के मशहूर और सम्मानित नवोदित लेखक और कलाकारों को दिए गए ।‌ ज्ञातव्य हो कि यह सम्मान लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के बहुत करीब रहे पटना के प्रसिद्ध डॉ महेंद्र नारायण की स्मृति में हर साल दिए जाएंगे ।‌ राष्ट्रीय नवलेखन और कला लेखन सम्मान क्रमशः लेखक श्री अजय मिश्र को उनकी सद्यप्रकाशित पुस्तक "फादर औफ गाॅड" के लिए और जबलपुर में कलाकार विनय अंबर और सुप्रिया अंबर द्वारा चलाए जा रहे नव सांस्कृतिक जागरण में संलग्न प्रसिद्ध इत्यादि फांउडेशन के चयनित चित्रकार शोभित जैन और मूर्तिकार गूल पहराज को दिए गए ।
इस अवसर पर प्रख्यात पर्यावरणविद चिपको आंदोलन के प्रणेता, मैग्सेसे एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार से सम्मानित श्री चंडी प्रसाद भट्ट, मुंबई हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री बी०जी० कोल्से, प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता एवं मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित डा० संदीप पाण्डेय, प्रख्यात वैज्ञानिक एवं पूर्व निदेशक, इसरो डा० अभय कुमार, भूगर्भ विज्ञानी, पर्यावरणविद एवं ई एस डी ए के महासचिव डा० जितेंद्र नागर, अध्यक्ष, उ० प्र० नियंत्रण बोर्ड, मोहम्मद कमर आलम, अर्जुन अवार्ड से सम्मानित पूर्व हाकी खिलाड़ी श्री महेन्द्र पाल सिंह, पद्मविभूषण डा० सरोजा वैद्यनाथन, पद्मविभूषण श्री राम सुतार, कला एवं संस्कृति विभाग,मोहन लाल सुखाड़िया विश्व विद्यालय, उदयपुर के डा० धर्मवीर वशिष्ठ, संस्थापक, देवात्री फाउंडेशन की डा० अंशु गुप्ता, पद्मश्री डा० ऊषा किरण खान, संस्थापक, कलिंग विश्वविद्यालय डा० अच्युत सामंत, प्रख्यात पत्रकार एवं पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक दूरदर्शन श्री सुधांशु रंजन, सुप्रसिद्ध लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री अरविन्द मोहन, नेशनल कंज्यूमर कोआपरेटिव फैडरेशन लि० के चेयरमैन श्री विशाल सिंह, पूर्व सांसद एवं संस्थापक एस. आई. एस. श्री आर०के० सिन्हा और गायक एवं अभिनेता श्री रोहन कपूर को उनके स्वर्गीय प्रसिद्ध गायक पिता महेंद्र कपूर (मरणोपरांत) के साथ संयुक्त रुपसे ‘लोकनायक जयप्रकाश अवार्ड’ से सम्मानित किया गया ‌।‌ लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र के महासचिव अभय सिन्हा ने इस मौके पर उपस्थित सभी प्रतिभागियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया ।

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