अध्यक्ष पद के लिए दर्जनों कार्यकर्ता आलाकमान को अपने-अपने तरीके से रिझाने का काम कर रहे


 रूदौली  (अयोध्या) नफ़ीस खाँ 

रुदौली नगर पालिका गठन के 34 वर्षों में से 20 वर्षों पर मौजूदा पालिकाध्यक्ष जब्बार अली का कब्जा चला आ रहा है। यही वजह रही है कि आज भी वह सपा नेतृत्व से लेकर लोगों के बीच सबसे मजबूत चेहरा हैं। समाजवादी पार्टी में जहां टिकट के दावेदारों का आवेदन करना जारी है, वहीं जब्बार अली ने गुरुवार से अपने चुनावी अभियान की विधिवत शुरुआत कर सपा के अन्य आवेदकों में बेचैनी पैदा कर दी है। उन्होंने अपने इस चुनावी अभियान की शुरुआत मीरापुर वार्ड के एक बुजुर्ग से आशीर्वाद लेकर की। सपा में अध्यक्ष पद के लिए दर्जनों कार्यकर्ता अपनी उम्मीदवारी के लिए आलाकमान को अपने-अपने तरीके से रिझाने का काम कर रहे हैं।

ज्ञात हो कि वर्ष 1988 में जब रूदौली को नगर पालिका परिषद का दर्जा प्राप्त हुआ तो प्रथम चेयरमैन के तौर पर चौधरी मुहम्मद सईद को चुना गया। इनका कार्य काल मात्र दो वर्ष तक ही सीमित रहा वर्ष 1990 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद प्रशासक के हाथों पालिका की कमान चली गयी। वर्ष 1995 में पहली बार जब्बार अली रूदौली नगर पालिका के चेयरमैन बनें। जब्बार अली मित्रसेन यादव के काफी करीबी मानें जातें हैं इसलिए मित्रसेन यादव के बसपा में जाने के बाद उन्होंने वर्ष 2000 का चुनाव बसपा के सिम्बल पर लड़ा और कामयाब भी हुए। वर्ष 2006 में जब्बार अली ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पत्नी शाकिर खातून को चुनाव लड़ाया और जीत भी हासिल की। वर्ष 2012 मे भाजपा के अशोक कसौंधन ने जब्बार अली से यह पद छीन लिया परन्तु वर्ष 2017 में जब्बार पुनः अध्यक्ष पद पर आसीन होने में कामयाब हो गए। सामान्य सीट होने के बावजूद इस बार भी जब्बार अली का सपा से टिकट लगभग तय माना जा रहा है। जबकि सपा के ही एक नेता कहते है कि सामान्य वर्ग का उम्मीदवार लड़ाने की वकालत करने वाले बीते विधानसभा चुनाव में अपना बूथ भी नही जिता पाये थे। भाजपा के जिला महामंत्री व पूर्व पालिक अध्यक्ष अशोक कसौंधन किसी न किसी बहाने पार्टी नेतृत्व को अपनी ताकत का एहसास कराते नजर आ रहे हैं। जबकि आरएसएस के कई पदों पर आसीन रहे शिवदयाल गुप्त के पुत्र भाजपा नगर अध्यक्ष शेखर गुप्ता भी बीते पांच वर्षों से अपनी दावेदारी लेकर पार्टी नेतृत्व व अवाम के बीच जा रहें है। वही भाजपा युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष आशीष शर्मा भी किसी से पीछे नहीं है उन्होंने अपनी उम्मीदवारी पक्की मानकर पालिका क्षेत्र के हर वार्ड और चौराहों-तिराहों को पोस्टर, होल्डिंग से पाट दिया है। भाजपा से ही सतीन्द्र शास्त्री सहित डेढ़ दर्जन कार्यकर्ता टिकट की दौड़ में शामिल है। पूर्व विधायक पंडित चन्द्र कुमार त्रिवेदी उर्फ भल्लू भैया के पुत्र पंडित शरद कुमार त्रिवेदी ने भी शुक्रवार से अपने चुनावी अभियान का श्री गणेश किया। जानकारों की माने तो शरद कुमार त्रिवेदी का बहुत पुराना राजनीतिक इतिहास रहा है इनके दादा पंडित बनवारी लाल रुदौली के ब्लाक प्रमुख भी रहे हैं। चुनावी गहमा गहमी के मद्देनजर वार्डो में भी ठंड के बावजूद गर्मी नजर आ रही है। नगर पालिका का दिल कहा जाने वाला नवाब बाजार इस बार चर्चा का केंद्र बना हुआ है। यहां से पहली बार नवसृजित वार्ड पंडित दीनदयाल उपाध्याय से मुहम्मद वैस उर्फ मुन्ना चुनाव मैदान में है।

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